लिटमस टेस्ट में रेलवे की वाशिग पिट पास
शनिवार को मऊ जंक्शन के वाशिग पिट में ही धुली गई मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस - इंजीनियरों के साथ इंजन में सवार होकर पहुंचे स्टेशन अधीक्षक - सब कुछ ठीक रहने पर अधिकारियों ने ली राहत की सांस
जागरण संवाददाता, मऊ : लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार शनिवार को करोड़ों रुपये लागत से मऊ जंक्शन प्रांगण में बने रेलवे वाशिग पिट ने अपना वास्तविक काम करना शुरू कर दिया। शनिवार को सुबह आठ बजे जैसे ही मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस के लोको पायलट कृष्ण कुमार ने स्टेशन अधीक्षक ददन राम को साथ लेकर वाशिग पिट के ट्रैक पर ट्रेन को दौड़ाया और सब कुछ ठीक रहा तो विभागीय अधिकारियों ने ताली बजाकर इस सफलता का स्वागत किया। इसके बाद मऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस की धुलाई का कार्य किया गया।
बीते मार्च माह में उद्घाटन के दिन ही टूटे और चटके पिलरों को तोड़कर छह माह में नए पिलर तैयार किए गए और उन पर नया ट्रैक बिछाया गया। काम पूरा होने पर शनिवार को पूरी तरह तैयार वाशिग पिट का लिटमस टेस्ट होना था। इसके लिए सुबह से ही वाराणसी रेल मंडल और पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के जिम्मेदार अधिकारियों का जमावड़ा शुरू हो गया था। शनिवार की सुबह सही समय लगभग 6:40 पर 15025 मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस आनंदविहार से मऊ जंक्शन पर पहुंची। इसके बाद लगभग सात बजे इंजन की शंटिग की गई। ठीक आठ बजे ट्रेन को वाशिग पिट में धुलाई के लिए ले आकर खड़ा किया गया। स्टेशन अधीक्षक ददन राम ने बताया कि मऊ-आनंदविहार की विधिवत धुलाई कराई गई है। रविवार को निर्धारित समय सारणी के अनुसार मऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस अपने गंतव्य को रवाना होगी। सब कुछ ठीक मिलने व वाशिग पिट के अपनी पूरी गति से काम करते देख वाराणसी से आए डीएमई दुष्यंत सिंह, गोरखपुर से आए पीडब्ल्यूआइ निर्माण अरुण कुमार सिंह, आइओडब्ल्यू सुजीत कुमार, मुख्य गाड़ी निरीक्षक अरुण कुमार राय ने राहत की सांस ली।
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इनसेट :
दिल्ली जाने वाले यात्रियों को मिली राहत
वाशिग पिट चालू होने का लाभ रेलवे प्रशासन और दिल्ली जाने वाले यात्रियों दोनों को मिलेगा। रेलवे को केवल धुलाई के लिए मऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस को गोरखपुर या छपरा भेजने पर एक गार्ड, एक लोको पायलट सहित कई स्टाफ भेजने पड़ते थे, जिसमें समय व धन दोनों का नुकसान हो रहा था। मऊ जंक्शन से ही बनकर जाने वाली आनंदविहार एक्सप्रेस अक्सर दो से चार घंटे की देर से चला करती थी। स्टेशन अधीक्षक ददन राम ने बताया कि अब इस ट्रेन को समय से चलाने में रेलवे प्रशासन को बड़ी मदद मिलेगी। इससे यात्रियों को ट्रेन का नाहक लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।