शिक्षित नेतृत्व पर मतदाताओं ने जताया भरोसा
जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) अब वह दिन गए जब ग्रामीण मतदाता आंख बंद कर महज मांस एवं मदिरा
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : अब वह दिन गए जब ग्रामीण मतदाता आंख बंद कर महज मांस एवं मदिरा वितरण के आधार पर लोकतंत्र को पांच वर्ष के लिए गिरवी रख देते थे। लोकतांत्रिक व्यवस्था की प्रथम इकाई ग्राम पंचायत के मतदाता अब उम्मीदवार एवं उसके प्रतिनिधि की शैक्षिक योग्यता के आधार पर मतदान कर रहे हैं। इस पंचायत चुनाव में 13 प्रधान स्नातक हैं तो सात परास्नातक। मात्र दो प्रधान ही निरक्षर हैं।
ग्राम पंचायतों के मतदाता अब मताधिकार को लेकर काफी सजग हैं। घोसी क्षेत्र में महज गोलबंदी या प्रलोभन की राजनीति को अलविदा कह कर मतदाता अब प्रत्याशियों की क्षमता एवं योग्यता के आधार पर मतदान करने का प्रमाण दिया है। इस चुनाव में परास्नातक शैक्षिक योग्याता वाले हरदास पुर के स्वदेश, कारीसाथ की शमां अफरोज, इटौरा खुर्द के रामाश्रय यादव, तराईडीह की निहारिका, जामडीह की सुमन यादव, कैथवली के अमरेंद्र एवं नथनपुरा के रामाश्रय राजभर चुनाव जीते हैं। नव निर्वाचित कल्यानपुर के प्रधान रामप्रवेश, लाखीपुर के मान्धाता सिंह एडवोकेट, पिढवल के बृजेश सोनकर, रघौली के विजय कुमार मुलायम, बरौली के राजन, बरूहां के विनय प्रकाश, पवनी के लल्लन यादव, सद्दोपुर बासदेव के बब्बन यादव, भावनपुर के हरेंद्र सिंह, खत्रीपार के राजेश कुमार, कुचाई के धनंजय, हांसापुर किरकिट के श्यामप्यारे एवं चकमुसैय्यद के रामजीत यादव स्नातक हैं। उधर बेला सुल्तानपुर की प्रधान मंशा राय के पति बृजेश राय पेशे से अधिवक्ता एवं स्नातक हैं तो मानिकपुर असना की प्रधान सुभागी देवी के पुत्र सुदर्शन कुमार परास्नातक हैं। इनका निर्वाचन मतदाताओं की बदलती रुझान का प्रतीक है।