रीफिल के प्रति उदासीन उज्ज्वला उपभोक्ता बताएंगे कारण
केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री निश्शुल्क गैस योजना का लाभ लेने वाले हजारों उपभोक्ता खाते में एक सिलेंडर की कीमत प्रेषित किए जाने के बावजूद निष्क्रिय उपभोक्ता की सूची में शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री निश्शुल्क गैस योजना का लाभ लेने वाले हजारों उपभोक्ता खाते में एक सिलेंडर की कीमत प्रेषित किए जाने के बावजूद निष्क्रिय उपभोक्ता की सूची में शामिल हैं। ऐसे उपभोक्ताओं से अब गैस एजेंसी सिलेंडर रीफिल न कराने का कारण पूछ संबंधित कंपनी को आख्या प्रेषित करेगी। अप्रैल माह में सिलेंडर रीफिल न कराने वाले ऐसे उपभोक्ताओं के खाते में मई माह की राशि नहीं भेजी जाएगी।
दरअसल नारी सशक्तिकरण अभियान के तहत केंद्र सरकार ने गृहणियों को धुएं से उत्पन्न आंख एवं श्वांस की बीमारी से बचाने के लिए प्रत्येक अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारक महिला मुखिया को एक सिलेंडर एवं चूल्हा सहित अन्य उपकरण देने के लिए योजना लागू किया। लाभान्वित किए जाने हेतु शर्त बस इतनी थी कि उक्त परिवार के राशन कार्ड में शामिल किसी व्यक्ति के नाम से कोई गैस कनेक्शन न हो। लॉकडाउन को सफल बनाने हेतु केंद्र सरकार ने समस्त उज्ज्वला गैस कनेक्शन धारकों के खाते में अप्रैल, मई एवं जून माह में सिलेंडर की प्रचलित कीमत प्रेषित किए जाने का निर्णय लिया। उधर स्थिति यह कि अप्रैल माह में आजमगढ़, मऊ एवं बलिया के विभिन्न कंपनियों के तीस हजार से अधिक उपभोक्ताओं ने राशि तो आहरित कर लिया पर सिलेंडर रीफिल नहीं कराया। हिदुस्तान पेट्रोलियम के आजमगढ़ बिक्री क्षेत्र के प्रबंधक अमरेश कुमार बताते हैं कि आजमगढ़ मंडल के एचपी गैस के 11288 उपभोक्ताओं ने बीते एक वर्ष से सिलेंडर रीफिल नहीं कराया है जबकि गत माह इनके खाते में केंद्र सरकार ने कीमत भी प्रेषित किया है। उन्होंने ग्राहक द्वारा रिफिल लेने से मना करने पर कारण पूछे जाने और शासन को इसकी आख्या प्रेषित किए जाने की जानकारी दी है।