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पटाखों की जमकर हुई खरीदारी

तमाम मनाहियों, आदेशों, कानूनों और सबसे बड़ी चीज महंगाई पर पटाखा फोड़ने का उत्साह भारी रहा। इसकी बानगी पटाखा बाजार में देखने को मिली। दीपावली के दिन जीवनराम छात्रावास के मैदान में लगाए गए पटाखा बाजार में सुबह से ही लोगों भी भीड़ जमी रही। अनार, मुर्गा छाप, बम, फूलझड़ी, राकेट सहित तरह-तरह की आकर्षक पटाखों की दुकानों पर ग्राहकों भी भारी भीड़ रही।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 06:02 PM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 06:02 PM (IST)
पटाखों की जमकर हुई खरीदारी
पटाखों की जमकर हुई खरीदारी

जागरण संवाददाता, मऊ : तमाम मनाहियों, आदेशों, कानूनों और सबसे बड़ी चीज महंगाई पर पटाखा फोड़ने का उत्साह भारी रहा। इसकी बानगी पटाखा बाजार में देखने को मिली। दीपावली के दिन जीवनराम छात्रावास के मैदान में लगाए गए पटाखा बाजार में सुबह से ही लोगों भी भीड़ जमी रही। अनार, मुर्गा छाप, बम, फूलझड़ी, राकेट सहित तरह-तरह की आकर्षक पटाखों की दुकानों पर ग्राहकों भी भारी भीड़ रही।

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युवाओं की भीड़ बीच बच्चे अपने अभिभावकों का हाथ पकड़े पटाखों का निरीक्षण कर खरीद रहे थे। इस दौरान किसी दुर्घटना की दशा में बचाव का इंतजाम के साधन पर्याप्त मात्रा में दिखे। सभी दुकानदारों ने अपने-अपने स्टाल के पास दोनों कोनों पर पानी के इंतजाम रखे थे, साथ ही जगह-जगह बालू की बोरियां भी भरकर रखी हुई थीं। पिछले साल से मंहगा होने के बाद भी युवाओं ने पटाखों की जमकर खरीद किया। इन सबके बीच ग्रीन पटाखों की भी चर्चा रही, पर वह कैसा होता है, इसके बाबत लोग आपस में पूछताछ करते दिखे। सबका कहना था कि इस बार तो एनसीआर में ग्रीन पटाखे फोड़े जाएंगे, संभव है कि आने वाले वर्षों में इधर के लिए भी उसकी बाध्यता लागू कर दी जाय। वैसे शाम होते ही जगह-जगह आकर्षक आतिशबाजी का नजारा भी देखने को मिला। पांच से लेकर पांच सौ रुपये तक के पटाखे बाजार में थे। अपनी क्षमता के अनुसार ग्राहक पटाखा की खरीद करते नजर आए।


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