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मां के दरबार में हजारों ने लगाई हाजिरी

मां कोयल मर्याद भवानी मंदिर पर मां की पूजा-अर्चना के लिए पावन सावन के पूर्णिमा व अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। रक्षाबंधन त्यौहार होने के कारण भाई-बहनों ने भी आकर मत्था टेका और एक-दूसरे के सलामति की दुआ मांगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Aug 2019 05:10 PM (IST)Updated: Sun, 18 Aug 2019 05:10 PM (IST)
मां के दरबार में हजारों ने लगाई हाजिरी
मां के दरबार में हजारों ने लगाई हाजिरी

जागरण संवाददाता, बोझी (मऊ) : मां कोयल मर्याद भवानी मंदिर पर मां की पूजा-अर्चना के लिए पावन सावन के पूर्णिमा व अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। रक्षाबंधन त्यौहार होने के कारण भाई-बहनों ने भी आकर मत्था टेका और एक-दूसरे के सलामती की दुआ मांगी।

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सावन का आखिरी दिन और पूर्णिमा का त्योहार होने से मां कोयल मर्याद भवानी मंदिर पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा रहा। श्रदालुओं की भीड़ से यहां पर मेले जैसा ²श्य सुबह से लेकर देर शाम तक बना रहा। मंदिर परिसर में जयकारों से वहां का वातावरण ही भक्ति मय बना रहा। जहां बड़ी संख्या में लोगों ने माता के दरबार में मत्था टेका वहीं महिलाओं ने मां को पियरी, कड़ाही चढ़ाई। बता दें कि इस प्राचीन मंदिर पर वर्ष भर धार्मिक अनुष्ठानों के साथ पूजा-अर्चना होती है। पितृ पक्ष को छोड़ कर वर्ष भर सोमवार व शुक्रवार को मेला लगता है। दोनों नवरात्रि व श्रावण मास में भारी भीड़ होती है। घरों में शादी-विवाह व पुत्र रत्न की प्राप्ति के पश्चात सर्व प्रथम मां के दरबार में मूंडन संस्कार व अन्य पूजन-अर्चना होने के बाद किसी अन्य की पूजा-अर्चना होती है।

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भव्य हाल का हुआ उद्घाटन

क्षेत्र के मुहम्मदाबाद सिपाह स्थित मां कोयल मर्याद भवानी परिसर में गांव के ही सुभाष राय व राजेश राय के सौजन्य से बना लाखों की लागत से भव्य हाल (सभागार) का उद्घाटन सेवानिवृत्त शिक्षक सतीश राय द्वारा किया गया। इस अवसर पर इन्हीं दोनों भाइयों द्वारा भंडारे का भी आयोजन कराया गया। इसमें दोपहर से देर शाम तक हजारों लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। इसके पूर्व सभागार की भव्य सजावट की गई थी। मंदिर में मां की पूजा-अर्चना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।


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