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मधुबन सड़क की पटरी बनी जानलेवा

स्कूली वाहनों से दुर्घटना होने के बाद जैसे विभाग की नींद खुलती है और वाहनों की जांच करती हैं। वैसे ही लग रहा नगर पंचायत भी किसी हादसे के इंतजार में प्राथमिक विद्यालय के पास सड़क की पटरी के निर्माण में कोताही बरत रहा है। सड़क की पटरी है कि जानलेवा बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 06:14 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 06:14 PM (IST)
मधुबन सड़क की पटरी बनी जानलेवा
मधुबन सड़क की पटरी बनी जानलेवा

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्कूली वाहनों से दुर्घटना होने के बाद जैसे विभाग की नींद खुलती है और वाहनों की जांच करती हैं। वैसे ही लग रहा नगर पंचायत भी किसी हादसे के इंतजार में प्राथमिक विद्यालय के पास सड़क की पटरी के निर्माण में कोताही बरत रहा है। सड़क की पटरी है कि जानलेवा बनी हुई है।

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स्थानीय बाजार के दुबारी मोड़ पर माडल परिषदीय विद्यालय स्थित है। इसमें पढ़ाई की गुणवत्ता के चलते बच्चों की संख्या भी काफी है। इस विद्यालय के सटे दोहरीघाट-बेल्थरारोड मार्ग गुजरता है। इसके उच्चीकरण का कार्य तो लोक निर्माण विभाग द्वारा कई वर्ष पूर्व करा दिया गया लेकिन पूरे बाजार में सड़क के किनारे पटरी का निर्माण नहीं कराया गया। स्थानीय बाजार को जब नगर पंचायत का स्वरूप मिला तो लोगों में आशा की किरण जगी कि अब सड़क के किनारे पटरी का निर्माण करा दिया जाएगा लेकिन लोगों की उम्मीद धराशाई होती नजर आ रही है। बाजार में तो दुकानदार अपने मकान व दुकान के सामने मिट्टी वगैरह डालकर किसी तरह पटरी को सड़क के बराबर कर लिए हैं, लेकिन दुबारी मोड़ से लेकर परिषदीय विद्यालय के प्रवेश द्वार तक पटरी पर मिट्टी या ईंट के टुकड़े नहीं डालने पर सड़क की पटरी जानलेवा बनी हुई है। लोगों का कहना है कि सड़क के किनारे निशान देकर सफेद पट्टी भी नहीं लगाया गया है। इससे ठंड के समय पड़ने वाले कोहरे के चलते अगर वाहन चालकों को सड़क की चौड़ाई का अंदाजा नहीं मिला और वह पटरी पर चले गए तो वाहन के पलटने से इंकार नहीं किया जा सकता है और अगर ऐसे हुआ तो भयंकर हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह कि इस विद्यालय पर हमेशा अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है।


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