रक्षक ही निभा रहे हैं भक्षक' की भूमिका
मऊ जिन्हें देश समाज व गांव की रक्षा की जिम्मेदारी दी गई हो और वह ही भक्षक की भूमिका अदा करें तो हमारे देश व समाज को गर्त में जाने से कोई नहीं रोक सकता है। इस तरह का मामला घोसी तहसील के पीवाताल में देखने को मिला है। आरोप है कि गांव के प्रधान ही गांव की पोखरी पर अतिक्रमण करवा रहे हैं। यह मामला जब जिलाधिकारी दरबार पहुंचा तो उन्होंने कड़ा रुख अपनाया और जांच करने का निर्देश एसडीएम घोसी को दिया है।
जागरण संवाददाता, मऊ : जिन्हें देश, समाज व गांव की रक्षा की जिम्मेदारी दी गई हो, वे ही भक्षक की भूमिका अदा करें तो हमारे देश व समाज को गर्त में जाने से कोई नहीं रोक सकता है। इस तरह का मामला घोसी तहसील के पीवाताल में देखने को मिला है। आरोप है कि गांव के प्रधान ही गांव की पोखरी पर अतिक्रमण करवा रहे हैं। यह मामला जब डीएम दरबार पहुंचा तो उन्होंने कड़ा रुख अपनाया और जांच करने का निर्देश एसडीएम घोसी को दिया है।
गांव निवासी सत्यदेव पुत्र स्व.महावीर का आरोप है कि गांव में कई पोखरियां है। इस पोखरी पर कब्जा कराने के नाम पर यहां के प्रधान व प्रधानपति लोगों से धनउगाही कर खुद कब्जा करवा रहे हैं। गांव की प्रत्येक पोखरी की आराजी नंबर 14ख रकबा के कई नंबर हैं। पोखरी 132 लैंड की रिजर्व भूमि होती है। इसको किसी को अतिक्रमण करने का अधिकार नहीं है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत में अवैध रूप से कब्जा कराया जा रहा है। कई बार अधिकारियों के यहां शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने एसडीएम घोसी को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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पोखरी पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। यह न सिर्फ किसी एक विशेष की होती है बल्कि पूरे ग्राम समाज की होती है। इसका उपयोग पशुओं को नहलाने व जल संरक्षण में भी किया जाता है। ऐसे में जो भी पोखरी पर अतिक्रमण करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, जिलाधिकारी मऊ।