राष्ट्र की अमूल्य पूंजी है युवा वर्ग
प्रांतीय श्रमिक एवं वामपंथी नेता शिवाकांत मिश्र का कहना है कि किसी भी राष्ट्र की पूंजी उसके पास संचित विदेशी मुद्रा या बैंकों में जमा या राजकोष में रखा धन और सोना नहीं होता है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : प्रांतीय श्रमिक एवं वामपंथी नेता शिवाकांत मिश्र का कहना है कि किसी भी राष्ट्र की पूंजी उसके पास संचित विदेशी मुद्रा या बैंकों में जमा या राजकोष में रखा धन और सोना नहीं होता है। राष्ट्र के नौजवान ही उसकी पूंजी होते हैं। यह राष्ट्र के शासकों पर निर्भर करता है इस युवा पूंजी का किस तरह प्रयोग करते हैं। नगर से सटे ग्राम धरौली में रविवार को आयोजित भारत की जनवादी नौजवान सभा के आठवें जिला सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
श्री मिश्र ने आगे कहा कि दुर्भाग्य है कि भारतीय शासकों की गलत नीतियों के चलते आज का युवक बेरोजगार है या कुंठा का शिकार हैं। देश की इस अमूल्य धरोहर को दोहन करने में वर्तमान सरकार तो पूर्ववर्ती सरकारों से कई गुना फिसड्डी है। स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार तीनों ही क्षेत्रों में केंद्र एवं प्रदेश दोनों ही सरकारें विफल हैं। अलबत्ता इन्होंने युवाओं को संप्रदाय के बंधन में बांध दिया है। सभा के प्रदेश अध्यक्ष गुलाब चंद ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के पास युवाओं के लिए कोई कार्यक्रम भले न हो पर इनको छलने में कीर्तिमान अवश्य स्थापित किया है। जमानत अब्बास, फैज अहमद, अब्दुल कलाम, शमशुल हक, नफीस अहमद, कैलाश चौहान एवं मुखराम राजभर आदि ने भी संबोधित किया। सम्मेलन के अंत में सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। जय¨हद राजभर को दोबारा जिलाध्यक्ष जबकि अभिषेक मिश्रा को सचिव, राजेंद्र यादव एवं सौरभ ¨सह को जिला उपाध्यक्ष, धर्मेंद्र निषाद को कोषाध्यक्ष, लल्लन राजभर एवं उमेश राजभर को उपसचिव चुना गया। चंद्रशेखर, रामप्यारे, उमेश गोंड़, अजीत गोंड़ एवं धर्मेंद्र राजभर सहित कुल 13 को जिला कार्यकारिणी सदस्य चुना गया।