प्रेरणा एप का विरोध तरते रहेंगे शिक्षक
प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षकों पर प्रेरणा ऐप लागू किए जाने के विरोध में कलेक्ट्रेट परिसर में शिक्षक महासंघ ने शुक्रवार को धरना दिया। एक स्वर में शिक्षकों ने इस ऐप का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों पर अनायास ही बोझ लादा जा रहा है। इसका विरोध शिक्षक करते रहेंगे।
जागरण संवाददाता, मऊ : प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षकों पर प्रेरणा ऐप लागू किए जाने के विरोध में कलेक्ट्रेट परिसर में शिक्षक महासंघ ने शुक्रवार को धरना दिया। एक स्वर में शिक्षकों ने इस एप का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों पर अनायास ही बोझ लादा जा रहा है। इसका विरोध शिक्षक करते रहेंगे।
शिक्षक संघ के प्रदेशीय कोषाध्यक्ष सहजानंद सिंह ने कहा कि सभी शिक्षक संगठन के नेतृत्व में एकजुट होकर संघर्ष करें तो सरकार को प्रत्येक दशा में झुकना ही होगा। शिक्षकों ने एक स्वर से हुंकार भरी कि हम अंतिम दम तक जाकर प्रेरणा ऐप जैसे शिक्षक विरोधी फरमान का विरोध करेंगे। अखिलेश्वर शुक्ल ने कहा कि सरकार शिक्षा का निजीकरण करना चाहती है। शिक्षक कभी भी इनके नापाक मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देगा। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ के अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि प्रेरणा ऐप सर्वप्रथम विभाग के अधिकारियों पर लागू होना चाहिए। अधिकारी एवं सरकार शिक्षकों के प्रति अविश्वास करते हैं और उन्हे शिक्षणेत्तर कार्यो में लगाए रखा जाता है। जब शिक्षक अन्य शिक्षणेत्तर कार्यो में लगा रहेगा तो वह गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण कब कर सकेगा। माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जयनारायण द्विवेदी ने कहा कि शिक्षक महासंघ प्रदेश के हर संवर्ग के शिक्षकों के हितों के लिए कटिबद्ध है और शिक्षकों के लिए हर संघर्ष के लिए तैयार है। धरने को समीर राय, जगदीश गौतम, सुनील मौर्य, मुखलाल यादव, राजकुमार, शशिभूषण राय, मनमोहन पांडेय, विवेकानन्द गुप्त, जिलाध्यक्ष रामाश्रय यादव ने संबोधित किया। अंत में जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रतिनिधिमंडल द्वारा सौंपा गया। इस अवसर पर डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष विद्यासागर सहित अन्य संगठनों के लोग शामिल थे।