यहां आसमान के नीचे शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र
केंद्र सरकार से लगायत राज्य सरकार तक प्राथमिक शिक्षा के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने से लेकर छात्रों की स्थिरता के लिए विभिन्न प्रकार की योजनायें संचालित की जा रही हैं। वहीं खैराबाद प्राथमिक विद्यालय में कक्ष के अभाव में शिक्षक कार्य बाधित हो चला है।
जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : केंद्र सरकार से लगायत राज्य सरकार तक प्राथमिक शिक्षा के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने से लेकर छात्रों की स्थिरता के लिए विभिन्न प्रकार की योजनायें संचालित की जा रही हैं। वहीं खैराबाद प्राथमिक विद्यालय में कक्ष के अभाव में शिक्षक कार्य बाधित हो चला है। गर्मी के इस मौसम में दर्जनों छात्र खुले आसमान के नीचे पढ़ाई कर रहे हैं। कुछ अधिकारियों कर्मचांरियों की उदासीनता के कारण इसका खामियाजा नन्हे मुन्ने बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। इस विद्यालय के आधे हिस्से में पुलिस का कब्जा है सन 2000 में दो वर्गों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। पुलिस प्रशासन ने शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए विद्यालय के भवन में अस्थाई पुलिस चौकी कायम कर दिया। यह पुलिस चौकी आज तक यथावत बनी हुई है। हालांकि धौरहरा घाट के पास पुलिस चौकी बनाने के लिए राजस्व विभाग द्वारा जमीन का सीमांकन कर चिह्नित करा दिया गया है परंतु इसका निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ज्याउकमर अंसारी का कहना है कि यहां कक्षा एक से लेकर पांच तक कुल छात्र-छात्राओं की संख्या 126 है। शिक्षा विभाग की तरफ से पुराने जर्जर भवन को तोड़कर दो नए कक्ष बनाए गए हैं। अब जगह के अभाव में और कमरे नहीं बन पा रहे हैं। इससे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में भारी असुविधा हो रही है। उक्त समस्या को लेकर विभाग के आला अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है। पुलिस चौकी की जगह खाली होने पर यहां रूम बनाकर सुव्यवस्थित ढंग से शिक्षण कार्य किया जाएगा।