आशा बहुओं को मिले राज्य कर्मचारी का दर्जा
आशा बहुओं को मिले राज्य सरकार का दर्जा
जागरण संवाददाता, मऊ : निश्चित वेतन दिए जाने आदि विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को आल इंडिया आशा बहू कार्यकत्री कल्याण सेवा ने हड़ताल कर दिया। आशा बहुओं ने कार्य बहिष्कार करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गए। चेतावनी दिया कि जब तक प्रदेश सरकार मांगे नहीं मानती है तब तक कार्य बहिष्कार करते हुए कार्यकर्ता 28 को लखनऊ कूच करेंगे। इसके बाद नारेबाजी करते हुए आशा बहुएं कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां जिलाधिकारी को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया।
जिलाध्यक्ष संध्या राय ने कहा कि आशा बहुओं की मांगों को लेकर कई बार प्रदेश सरकार के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जा चुका है परंतु सरकार को इससे कोई लेना-देना नहीं है। कई बार सरकार ने आश्वासन भी दिया परंतु मांगे आज तक पूरी नहीं हो सकी। मांग किया कि आशा बहुओं की प्रोत्साहन राशि को हटाकर निश्चित मानदेय दिया जाए, आशा संगिनी का 20 विजिट पर 5400 को हटाकर एक निर्धारित वेतन तय किया जाए तथा आशाओं को भी राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। चेताया कि 29 से लखनऊ के इको गार्डेन में चलने वाले अनिश्चितकालीन धरना के दौरान विभाग, प्रशासन व शासन द्वारा किसी भी आशा बहू को कार्य करने के लिए दबाव डाला गया या मानसिक उत्पीड़न किया गया तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। प्रदर्शन में विद्यावती चौहान, सरिता, प¨रदा, आशा गुप्ता, अंजनी, गीता, शीला, मंजू, सुदामी, निर्मला, शोभा आदि शामिल थीं।