गांव में चुनाव, शहर की सड़कों पर सन्नाटा
मऊ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार को घ
जागरण संवाददाता, मऊ : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार को घोषित सार्वजनिक अवकाश के दिन नगर पंचायतों से लेकर सदर बाजार तक सभी दुकानें बंद दिखीं। वहीं, सड़कों व बाजारों में दूर-दूर तक सन्नाटा नजर आया। एक तरफ कोविड का बढ़ता संक्रमण तो दूसरी ओर पंचायत चुनाव के चलते शहर में आम जन की गतिविधियां लाकडाउन की तरह ही नजर आईं। लोग न तो घरों से बाहर निकले न ही कहीं चट्टी-चौराहों पर भीड़ नजर आई।
सदर बाजार में सबसे ज्यादा व्यवसायिक प्रतिष्ठान सहादतपुरा एवं भीटी में हैं। दोनों ही स्थानों पर दवा की दुकानें एवं फल के कुछ ठेलों को छोड़ दें तो बाजार पूरी तरह बंद नजर आया। सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की बात करें तो सरकारी बसों के अलावा अन्य वाहन नहीं के बराबर चले। बहुत जरूरी एवं मांगलिक आयोजन होने के चलते सड़क पर कुछ प्राइवेट वाहन चलते नजर आए। इसके अलावा बहुत से लोग निजी आटो आरक्षित करके जिले में एक स्थान से दूसरे स्थान का सफर पूरा किए। इस दौरान महानगरों की ओर से लौटने वाली ट्रेनों से आए लोग लोकल गांवों में जाने के लिए पैदल चलने को मजबूर हुए। सूना-सूना सा रहा शहर
शहर में सबसे ज्यादा संख्या अध्यापक वर्ग की है। अधिकांश अध्यापकों के चुनावी ड्यूटी में होने के चलते शहर के हर मुहल्ले से चहल-पहल गायब दिखी। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णानंद राय के मुताबिक 1500 से अधिक प्राथमिक शिक्षक केवल मऊनाथ भंजन नगर में रहते हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या उन ग्रामीणों की है जिनका सब कुछ तो गांवों में, लेकिन वे यहां मकान बना कर रहते हैं। पंचायत चुनाव होने पर यह सभी लोग गांव चले जाते हैं और वहीं मतदान करते हैं।