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यूपी बोर्ड में करोड़ों के नकल कारोबार को झटका

जागरण संवाददाता, मऊ : यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल करने-कराने के मामले में हर परीक्षा में प्रदेश की

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 07:12 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 07:12 PM (IST)
यूपी बोर्ड में करोड़ों के नकल कारोबार को झटका
यूपी बोर्ड में करोड़ों के नकल कारोबार को झटका

जागरण संवाददाता, मऊ : यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल करने-कराने के मामले में हर परीक्षा में प्रदेश की सुíखयों में रहने वाले मऊ जिले में नकल कारोबार को हाई वोल्टेज का झटका लगा है। पिछली परीक्षाओं से इतर पहली बार इस परीक्षा में वेबकास्टिग के जरिए बोर्ड परीक्षा केंद्रों से आ रहे सीधे प्रसारण की निगरानी की व्यवस्था सीधे जिला प्रशासन के हाथ में है। प्रदेश सरकार की इस एक युक्ति ने आलेख बोलकर नकल कराने वाली परंपरा पर सीधा विराम लगा दिया। हाईस्कूल की परीक्षा से 6740 परीक्षाíथयों का गुरुवार को बाहर हो जाना, 135 में से किसी केंद्र से वसूली की सूचनाओं का सुíखयां न बनना तथा उत्तर पुस्तिकाएं बाहर लिखे जाने की एक भी घटना एसटीएफ की पकड़ में न आना यह संकेत देने के लिए काफी है कि शासन का तीर निशाने पर लगा है।

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हालांकि नकल का जहर इतना जल्दी उतर जाएगा इस पर सहज भरोसा करना कठिन है, लेकिन आंकड़ों की गवाही और व्यवस्था के परिवर्तन को एक सिरे से खारिज भी नहीं किया जा सकता। नकल के प्रयासों के खिलाफ जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाइयों ने भी नकल माफियाओं के हौसले तोड़ने में खास भूमिका निभाया। इंटर भौतिक विज्ञान का पर्चा आउट किया गया तो कुछ ही घंटों में पुलिसझ-एसटीएफ ने उन्हें दबोच कर जेल की सलाखों के पीछे कर दिया। मुन्ना भाई मिले तो उन्हें भी जेल का रास्ता दिखा दिया गया। चिट से नकल करने की कोशिश करने वालों को केंद्र व्यवस्थापकों या स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने दबोच कर रिस्टीकेट कर दिया। शासन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन मिलने पर एक साथ 14 कक्ष निरीक्षकों, केंद्र व्यवस्थापकों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करा दी गई। जिला प्रशासन की कार्रवाई से कक्ष निरीक्षक से लेकर केंद्र व्यवस्थापक तक सभी भयातुर हो गए। वर्षों बाद यह पहली परीक्षा देखी जा रही है जिसमें इंटर कालेज के प्रबंधक, प्रधानाचार्य, कक्ष निरीक्षक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की शाम की पार्टी का पता नहीं है। ईमानदार केंद्र व्यवस्थापक भी अब यह कहते सुने जा रहे हैं अगली बार से परीक्षा केंद्र बनने का बवाल लेना ही नहीं है। वर्जन ..

नकल पर नकेल कस चुकी है। वेबकास्टिग की नई व्यवस्था और एसटीएफ की निगरानी के साथ नकल के हर प्रयास पर कड़ी कार्रवाई से निर्णायक हद तक नकल पर लगाम लगाने में कामयाबी मिली है।

- डा.राजेंद्र प्रसाद, डीआइओएस, मऊ


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