सर्वर फेल, चार लाख उपभोक्ता झेले बीएसएनएल का दंश
द द द द द द द द द द द द द द द द द द द द द द द द द
जागरण संवाददाता, मऊ : देश का सरकारी उपक्रम भारतीय संचार निगम लिमिटेड यानि बीएसएनएल अपने बुरे दिनों से गुजर रहा है। अभी बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पाने में विद्युत विभाग ने जनपद के 100 मोबाइल बीटीएस टावरों की सप्लाई काट रखी है। इससे जनपद के आधा से ज्यादे हिस्से में बीएसएनएल नेटवर्क कई दिनों से ठप है। एक ओर इसको लेकर उपभोक्ताओं में हाहाकार मचा ही था कि वहीं शुक्रवार को रही-सही कसर इंटरनेट सेवा ने पूरी कर दी। सुबह से पूरे जनपद की इंटरनेट सेवा ठप हो गई। इसके चलते नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों, औद्योगिक प्रतिष्ठान, साइबर कैफे व सरकारी दफ्तरों में कंप्यूटर पर होने वाला कामकाज ठप हो गया। इसका आलम यह रहा कि बैंकों में करोड़ों का लेन-देन बाधित हुआ।
बीएसएनएल इस समय आíथक संकट का दंश झेल रहा है। आलम यह है कि निगम बिजली का बिल तक जमा नहीं कर पा रहा है। इसके चलते तीन दिन पूर्व विद्युत विभाग ने जनपद के 166 मोबाइल बीटीएस टावरों में से 100 टावरों की आपूíत काट दी। इसके बाद बीएसएनएल उपभोक्ताओं पर बड़ा संकट टूट पड़ा। तीन दिन से मोबाइलों से नेटवर्क गायब है। अभी इस संकट को सुलझाने में विभाग लगा हुआ ही था कि शुक्रवार को बीएसएनएल का सर्वर ही फेल कर गया। इसका असर यह रहा कि सुबह बैंक समय से खुले। पैसे के लेनदेन की आस में बारिश से कुछ राहत पाते ही उपभोक्ता भी बैंकों पर धमक गए। बैंक जाने पर पता चला कि सर्वर फेल है। उधर बैंक में कंप्यूटर नहीं चलने से कर्मचारी मस्ती काटते रहे। सुबह से शाम तक उपभोक्ता बैंक पर जमा रहे कि अब न तब सर्वर चलेगा और वे लेनदेन कर पाएंगे। सर्वर फेल होने से नगर क्षेत्र के एसबीआई सहादतपुरा, यूनियन बैंक नरई बांध, एक्सिस बैंक, बैंक आफ बडौदा,केनरा बैंक आदि बैंकों में कामकाज ठप रहा। कई बैंकों ने नो लिक का बोर्ड भी लगा रखा था।