खतरे के निशान से 50 सेंमी ऊपर सरयू, फिर तबाही
जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) तेजी से घट रही सरयू नदी का जलस्तर नेपाल द्वारा पानी छा
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : तेजी से घट रही सरयू नदी का जलस्तर नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के बाद एकाएक फिर बढ़ने लगा है। रविवार को सरयू का जलस्तर खतरा बिदु से 50 सेमी ऊपर पहुंच गया। इसके साथ ही तटवर्ती इलाकों में फिर से बानी बढ़ने लगा है। इसकी वजह से देवारावासियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दूसरी तरफ सरयू मुक्ति धाम व खाकी बाबा मंदिर को नीचे से काटना शुरू कर दी है। सरयू धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को पहले काट चुकी है लेकिन जो शेष बचे हुए हैं उन अवशेषों को भी काटने पर नदी तुली हुई है। तटवर्ती इलाकों के धार्मिक धरोहर सभी घाट कटकर नदी में विलीन हो गए हैं। नागा बाबा की कुटी, जानकी घाट तक को नहीं बचाया जा सका। वर्तमान समय में श्मशान घाट, भारत माता मंदिर, खाकी बाबा कुटी, वृद्धाश्रम पर नजर डाली हुई हैं। इसी तरह धारा प्रवाह रहा तो किसी भी क्षण यह कटकर नदी में विलीन हो सकता है। संवेदनशील स्थलों पर सिचाई विभाग के लोग तैनात जरूर है लेकिन जब नदी का रौद्र रूप होता है तो सिचाई विभाग की सारी योजनाएं धरी की धरी रह जाती हैं। नदी का कहर समवर्ती इलाकों पर है। रेगुलेटर खुल जाने से नदवा ताल में फैला पानी नदी में जा रहा है। आधा दर्जन गांव में घुसा पानी धीरे धीरे निकल रहा है लेकिन गांव में संक्रामक रोग फैलने का भय बना हुआ है। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। बीबीपुर बेलौली बंधा के समीप पुरवा हवा तेज होने से बंधे पर नदी का दबाव बनेगा जिससे तबाही फिर आ सकती है। लोगों की फसलें पानी में डूबी हुई है। गन्ना की फसल का ऊपर हिस्सा दिखाई दे रहा है। अभी लोग नाव के सहारे घरों को आ जा रहे हैं। देवारा क्षेत्र के सभी फसलें नष्ट हो चुकी हैं। हजारों बीघा किसानों की खेती बर्बाद हो गई है।