जिला अस्पताल में भर्ती संजना की हालत बिगड़ी
परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया इलाज में उपेक्षा का आरोप - अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में अब भी भर्ती हैं संजना और सोनी - सिर की चोट से नहीं उबर पा रही संजना सोनी की हालत स्थिर
जागरण संवाददाता, मऊ : मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के वलीदपुर कस्बे में 14 अक्टूबर यानी बीते सोमवार को गैस सिलेंडर धमाके में जहां अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं उसी हादसे में घायल सोनी और संजना अब भी जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जिदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं। हादसे के वक्त बड़ा-बड़ा दावा करने वाले जिला प्रशासन की ओर से घटना के तीसरे दिन से ही गंभीर रूप से घायल होकर भर्ती सोनी और संजना की उपेक्षा शुरू कर दी गई है। संजना की तीमारदारी में आई उसकी मामी रंजू ने बताया कि गुरुवार की दोपहर 1:33 बजे तक संजना को अस्पताल की ओर से कुछ भी खाने को नहीं दिया गया और न ही उसके सिर में तेज दर्द होने और तड़पने पर कोई झांकने आया।
गुरुवार की दोपहर सिर में तीव्र वेदना से संजना तड़प रही थी और उसकी देखभाल के लिए आई मामी रंजू आकस्मिक वार्ड के डाक्टरों के चैंबर में जाकर बार-बार उसकी स्थिति बताते हुए आकर देख लेने और कोई दवा देने की बात कह रही थी, लेकिन रंजू की बात कोई नहीं सुन रहा था। दोपहर 1:33 तक रंजू ने बताया कि वह चार बार गई, लेकिन कोई नहीं आया। वहीं, दोपहर होने तक अस्पताल की ओर से कोई नाश्ते का प्रबंध नहीं किया गया। बाद में संजना की मामी रंजू ने बताया कि कई बार बुलाने के बाद एक नर्सिग की छात्रा आई और संजना को कोई इंजेक्शन लगाया। उधर, वलीदपुर हादसे में घायल होकर भर्ती सोनी की हालत स्थिर है। सोनी ने में इलाज में पहले या दूसरे दिन जैसी प्रशासनिक तत्परता न होने या दिखाने की बात कही। अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लखनऊ से ही दुख व्यक्त करना पड़ा, उसके घायलों के साथ जिले की नौकरशाही कैसा व्यवहार कर रही है। ''जिला अस्पताल में संजना और सोनी अब भी भर्ती हैं। उनका इलाज किया जा रहा है। कहीं कोई दिक्कत है तो मैं अभी देखवा लेता हूं।''
-डा. सतीशचंद्र सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी।