दूसरे दिन भी बदले रूट से चलीं आधा दर्जन ट्रेनें
यात्रियों ने सही परेशानी बार-बार ट्रेनों के आने से बंद होता रही जीरो-बी क्रासिग - भटनी जंक्शन के रास्ते आगे के लिए निकली ज्यादातर ट्रेनें यात्री हलकान - पांच जोड़ी अन्य रूटों की ट्रेनों ने मऊ जंक्शन होकर पूरा किया सफर
समस्या::::
सबहेड-- यात्रियों ने सही परेशानी, बार-बार ट्रेनों के आने से बंद होता रही जीरो-बी क्रासिग
- भटनी जंक्शन के रास्ते आगे के लिए निकली ज्यादातर ट्रेनें, यात्री हलकान
- पांच जोड़ी अन्य रूटों की ट्रेनों ने मऊ जंक्शन होकर पूरा किया सफर जागरण संवाददाता, मऊ : छपरा रेलवे जंक्शन के पास ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के चलते ट्रैक में आई गड़बड़ी दूसरे दिन भी पूरी तरह दुरुस्त नहीं हो पाई और आधा दर्जन ट्रेनों को बदले रूट से ही सफर करना पड़ा। सारनाथ एक्सप्रेस, सछ्वावना एक्सप्रेस, रक्सौल आनंद बिहार एक्सप्रेस सहित पांच जोड़ी ट्रेनें भटनी-मऊ रूट के जरिए आगे के लिए निकलीं। इस दौरान नियमित स्टेशनों से यात्रा करने की बजाय अधिकांश यात्रियों को मऊ जंक्शन आकर इन ट्रेनों को पकड़ना पड़ा और परेशानी उठानी पड़ी। उधर, अचानक मऊ-औड़िहार रूट पर पांच जोड़ी अन्य ट्रेनों का दबाव बढ़ने से शहर में स्थित जीरोबी रेलवे क्रासिग लगातार बंद होती रही, जिससे शहरवासियों को बार-बार जाम का सामना करना पड़ा।
रूट बदलने के चलते अधिकांश ट्रेनें अनियमित समय से मऊ जंक्शन पहुंचीं। ट्रेन पकड़ने के लिए गाजीपुर व अन्य स्टेशनों से यात्री मऊ जंक्शन पहुंचे। अलग रूट से गुजर रही इन ट्रेनों में सवार होने के लिए जहां यात्री घंटों-घंटा इन ट्रेनों की प्रतीक्षा करते रहे। वहीं, प्लेटफार्म बाधित होने से मऊ जंक्शन से होकर गुजरने वाली नियमित ट्रेनों के संचालन में भी दुश्वारियां खड़ी हुईं। एक्सप्रेस ट्रेनों को बदले रूट से निकालने के लिए इंदारा जंक्शन, पिपरीडीह, जखनियां आदि स्टेशनों पर ट्रेनों को रोका जाता रहा। जिससे नियमित संचालन की ट्रेनें आधा घंटा से लेकर डेढ़ घंटे तक के विलंब से चलीं। वहीं, कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों के भटनी होकर गुजर जाने से रतनपुरा के यात्रियों को खासी मुसीबत उठानी पड़ी। इनसेट :
वेंडरों ने उठाया लाभ
खाद्य सामग्री बेचने वाले वेंडरों ने बदले रूट से चली ट्रेनों का खूब लाभ उठाया। पानी की बोतलें हों या खाद्य सामग्री खूब बिकी। बढ़ी भीड़ तो वेंडरों ने खूब चांदी काटी।