फोटो-03 से 06- हर ओर बरसने लगा रंग, छनने लगी भंग, छाया उमंग
प्रेम की बोली हंसी-ठिठोली अबीर गुलाल रंग और उमंग। कहीं छन रहे भंग तो कहीं बज रहे हैं मृदंग। माहौल पूरी तरह से होलियाना हो चला है। हर ओर पर्व का उल्लास छलक रहा है।
होली आई रे---
-प्रेम-सछ्वाव का पर्व आज, होगी मस्ती और पकवानों की बहार
-आज चहुंओर बहेगी रसधार, होगी रंगों की फुहार
-लगाएंगे अबीर-गुलाल, सतरंगी होगा आसमान
जागरण संवाददाता, मऊ : प्रेम की बोली, हंसी-ठिठोली, अबीर, गुलाल, रंग और उमंग। कहीं छन रहे भंग तो कहीं बज रहे हैं मृदंग। माहौल पूरी तरह से होलियाना हो चला है। हर ओर पर्व का उल्लास छलक रहा है। लोगों का मन हुलस रहा है। पूरे उल्लास के साथ सारी तैयारियां लोगों ने पूरी कर ली है। बुधवार को पर्व के अंतिम चरण की खरीदारी जमकर हुई। शहर के माल्स से लेकर कस्बों और ग्रामीण बाजारों तक की दुकानों से लगायत फुटपाथों तक से लोगों ने अबीर गुलाल खरीदे तो बच्चों की विशेष फरमाइश पर पिचकारियों की भी खरीद हुई। बच्चों और बड़ों तक के लिए नए कपड़े जूते चप्पल आदि खरीदे गए। पूरे दिन शहर की सभी दुकानों में भारी भीड़ रही। सड़कों पर जाम लगता रहा। वाहनों को लेकर चलना भारी पड़ा।
खरीदारी के अंतिम दिन लोगों ने जमकर चिप्स, पापड़, घी, मिठाइयां गुजिया आदि खरीदी। होली खेलने के लिए विशेष तौर पर बाजार में उपलब्ध टोपियां मोदी, योगी और ट्रंप के मुखौटे, बालों की विग भी खरीदे। आज के दौर में एकल परिवारों की व्यवस्था के चलते रेडीमेड पापड़, भुजिया, रसगुल्ले, पूए व अन्य पारंपरिक मिठाइयों की भी दुकानें सजी दिखीं। दुकानदारों ने इसके इंतजाम पहले से ही कर लिए थे। होलिका दहन के लिए समितियों के लोगों ने पूरी तैयारी कर ली थी। जगह-जगह रेड़ पहले ही गाड़े जा चुके हैं। वहां पर उत्साही युवाओं ने उपले लकड़ियां सूखे वह हरे पेड़ों की डालियां पत्तियां पुआल आदि इकट्ठा कर रखा है। गांव में विभिन्न मोहल्लों की होलिका दहन समितियों के बीच किसकी होली का कितनी ऊंची जैसी प्रतिस्पर्धा भी खूब देखने को मिली।