राहगीरों का रास्ता रोकने लगे सड़कों के रोड़े
गड्ढे भरने के नाम पर चल रहा खानापूर्ति का खेल लोग परेशान - एक-एक कर खराब होती जा रहीं ग्रामीण सड़कें - कई मार्गों पर चलने में भी होती है लोगों को दिक्कत
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना/वलीदपुर(मऊ) : मुहम्मदाबाद विकास खंड में विभिन्न योजनाओं के तहत बनाई गई सड़कें लगातार गड्ढों में तब्दील होती जा रही हैं। आलम यह है कि सड़कों से निकले रोड़े राहगीरों का रास्ता रोकने लगे हैं। सड़क ठीक न होने के चलते आए दिन दुर्घटनाएं होने लगी हैं। उधर, ग्रामीणों के लाख गुहार के बाद विभाग से मरम्मत भी कराया जा रहा है तो यह कार्य भी जमीन पर कम और कागजों में ज्यादा हो रहा है। जिससे समस्या ज्यों की त्यों बरकरार रह रही है।
मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के चलिसवां गांव को जाने वाला मुख्य मार्ग काफी जर्जर हो गया। जिसके चलते राहगीरों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इसकी मरम्मत के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई। विभाग ने खानापूर्ति कर लाखों रुपए कागजों में भुना लिए। जिससे की समस्या यथावत बनी हुई है। मुहम्मदाबाद गोहना से आजमगढ़ मुख्य हाईवे से होकर गांव को जाने वाली मुख्य सड़क इन दिनों काफी दु:खदाई साबित हो रही है। यह सड़क दशकों पूर्व एक किलोमीटर लंबी लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई थी। सड़क में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। गिट्टियां उखड़ गई हैं। इससे सबको आने जाने में काफी असुविधा हो रही है। सबसे दयनीय स्थिति तो वर्षा के दिनों में होती है जब गड्ढों में पानी भर जाते हैं और लोग दो पहिया वाहनों से आने जाने में अनियंत्रित होकर गिरकर चोटिल हो जाते हैं। ग्रामीणों की गुहार के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा मानक की अनदेखी करते हुए सड़क में बने गड्ढों में मिट्टी डालकर लीपापोती कर दिया गया। बनने के महीने दो महीने बाद सड़क यथास्थिति में आ गई। गांव के प्रधान प्रतिनिधि रामविलास चौहान समेत दर्जनों ग्रामीणों का आरोप है कि इस सड़क की मरम्मत जिला पंचायत एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया गया है। दोनों विभागों ने गुणवत्ता को ताक पर रखते हुए कागजी कोरम पूरा कर लाखों रुपयों डकारा है।
इनसेट :
नोनियापुर क्षतिग्रस्त मार्ग पर चलने से कतराते हैं लोग
करहा-मुहम्मदाबाद गोहना मुख्य मार्ग से जुड़ा नोनियापुर गांव को जाने वाला मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस पर चलना काफी कठिन हो गया है। इस मार्ग से होकर आने-जाने वाले साइकिल सवार व बाइक सवार अक्सर गिरकर चोटिल होते रहते हैं। क्योंकि इस मार्ग की पटरियां पूरी तरह से गायब हो गई हैं। इस पर लगी पिच पूरी तरह से उखड़ गई है। पिच के पूरी तरह से उखड़ जाने के बाद बड़े-बड़े पत्थर सड़क के ऊपर इस तरह इधर-उधर लुढ़कते रहते हैं, जैसे दोबारा पत्थर गिरा कर इस मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इस सड़क पर पत्थर हर ओर बिखरे पड़े हैं। बरसात के समय इस मार्ग पर चलना दुर्घटना को दावत देना है। इस मार्ग पर कई विद्यालय स्थित हैं जिस पर बच्चे अपने साइकिल से जाते हैं। इस मार्ग से होकर हजारों लोग भुजही, घरोहिया मोड़, सुरहुरपुर, नोनियापुर, कादीपुर, सैदपुर, जहानियापुर आदि गांवों तक जाते हैं। लोग मजबूरी में किसी तरह इस सड़क पर सफर कर रहे हैं।