दुआख्वानी के बाद जताया विरोध, सौंपा ज्ञापन
नगर के करीमुद्दीनपुर मोहल्ला के बगही स्थित शहीद बाबा के मजार के समीप तीन दिनों से नागिरकता संशोधन कानून 2019 के विरोध में की जा रही दुआखानी सोमवार की दोपहर समाप्त हो गई।
जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) : नगर के करीमुद्दीनपुर मोहल्ला के बगही स्थित शहीद बाबा के मजार के समीप तीन दिनों से नागरिकता संशोधन कानून 2019 के विरोध में की जा रही दुआख्वानी सोमवार की दोपहर समाप्त हो गई। समापन के पश्चात अल्पसंख्यक समुदाय के मानिद लोगों ने राष्ट्रपति को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन कोतवाल परमानंद मिश्रा को सौंपा।
यहां पर शनिवार से ही सीएए के विरोध में दुआख्वानी की जा रही थी ताकि सरकार इस कानून को वापस ले ले। सोमवार की दोपहर दुआखानी के बाद मौलाना गुफरानुल्लाह, मौलाना निजामु्ददीन, मौलाना मुहम्मद हसन, मौलाना जमाल, हाफिज नासिर, कारी कलीम रजा, कारी गुलाम रसूल, हाजी तसरीफुल आजम, हाजी शमसुद्दीन, हाजी शकील अहमद, मौलवी जमाल मुस्तफा, हाजी मोहम्मद जावेद अख्तर, शोएब निजामी, खुर्शीद खान, अंसारुल हक एवं मेराजुद्दीन आदि ने कोतवाल श्री मिश्र को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद सभी ने तवर्रुख चखा। सौंपे गए ज्ञापन में संप्रदाय के आधार पर नागरिकता कानून लागू किए जाने को असंवैधानिक बताया। यह कानून संविधान के अनुच्छेद 14 एवं 15 के विपरीत है। जिन बेकसूरों पर मुकदमा दर्ज किया गया या गिरफ्तार किया गया है, उन पर जांचोपरांत ही कार्रवाई किए जाने को कहा। बेकसूर छात्रों एवं नागरिकों पर लाठी चार्ज की निदा की।