दवा प्रतिनिधि व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी दिखाया दम
विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर दवा प्रतिनिधि संगठन ने एक सभा की। तथा डाक बंगले पर इक्क्ठा होकर एक जुलूस निकाला जो आ•ामगढ़ तिराहा, ़गा•ाीपुर तिराहा, विकास भवन से जिलाधिकारी तक रैली का समापन किये। इसमें प्रांतीय नेता पियुष उपाध्याय ने केंद्र व राज्य सरकार के श्रम विरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध किया तथा इन्हें तत्काल
जागरण संवाददाता, मऊ : विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर दवा प्रतिनिधि संगठन और आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन ने भी आम हड़ताल में भाग लिया तथा अपनी मांगों के संबंध में आवाज बुलंद की। एक सभा की। डाक बंगले पर एकत्र दवा प्रतिनिधि जुलूस की शक्ल में जिलाधिकारी कार्यालय तक गए। प्रांतीय नेता पीयूष उपाध्याय ने केंद्र व राज्य सरकार की श्रम विरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध किया तथा उन्हें तत्काल वापस लेने की चेतावनी दी। इनकी मुख्य मांगे न्यूनतम वेतन 18000 रुपये प्रतिमाह, फिक्स्ड टर्म एंप्लॉयमेंट, पुरानी पेंशन बहाली आदि थी। इनमें अध्यक्ष राहुल तिवारी, सचिव विनय तिवारी, कोषाध्यक्ष आदित्य, आरपी ¨सह, अशोक गोस्वामी आदि उपस्थित थे।
दूसरी ओर हड़ताल पर रहीं आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन ने जिलाध्यक्ष पूनम यादव के नेतृत्व में जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना मांगपत्र सौंपा। उनकी मांगों में मुख्य रूप से उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित करने, न्यूनतम मानदेय कार्यकर्ता को 18 हजार तथा सहायिका को 9000 रुपये प्रतिमाह देने, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री को भी समान वेतन देने, योग्यता-वरीयता के आधार पर प्रोन्नति करने, पोषाहार की बजाय मातृसमिति के खातों में रुपया भेजने, पेंशन योजना का लाभ देने, वार्षिक वेतन वृद्धि करने, केंद्र के उपयोगी सामानों की खरीदारी का अधिकार देने, मृतक आश्रितों को नौकरी देने आदि की मांगें शामिल थीं।