धान की कटाई में छूट रहे पसीने
किसान के खेतों में धान की फसल पक कर पूरी तरह तैयार है कितु अभी भी कहीं-कहीं खेतों में अभी भी पानी लगा हुआ है। इससे लगी फसल को काटना किसानों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। ऐसे खेतों की कटाई में मजदूर आनाकानी कर रहे हैं। लिहाजा मजदूरों के उपलब्ध न होने से किसान को हार्वेस्टर का सहारा लेना पड़ रहा है।
जासं, थलईपुर (मऊ) : किसान के खेतों में धान की फसल पक कर पूरी तरह तैयार है कितु अभी भी कहीं-कहीं खेतों में अभी भी पानी लगा हुआ है। इससे लगी फसल को काटना किसानों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। ऐसे खेतों की कटाई में मजदूर आनाकानी कर रहे हैं। लिहाजा मजदूरों के उपलब्ध न होने से किसान को हार्वेस्टर का सहारा लेना पड़ रहा है। क्षेत्र में उपलब्ध हार्वेस्टरों के पीछे-पीछे किसान दौड़ लगा रहे हैं। कहीं-कहीं तो दिन भर की भागदौड़ के बावजूद खेत नहीं कट पा रहा है। इससे किसान काफी परेशान हैं। हार्वेस्टर के ड्राइवर एवं अन्य स्टाफ को खिला-पिला कर खुश करके भी अपना काम बनाने का अस्त्र किसान को अपनाना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि नवंबर लगभग आधा बीत चुका है। अब यदि धान की कटाई में विलंब हुआ तो गेहूं की फसल की बोआई में भी विलंब होगा। ऐसे में किसी तरह धान के खेतों को खाली कराना उनकी मजबूरी है। शायद इसी का फायदा मजदूर वर्ग एवं हार्वेस्टर वाले उठा रहे हैं।