डग्गामार वाहनों पर ओवरलोड सवारी, हर सड़क पर जारी
क्षेत्र के विभिन्न इलाकों के रुटों पर डग्गामार वहनों की संख्या में तेजी से इजफा हो रहा है। जीप व टेम्पू के पीछे लटक कर यात्री सफर करते है। अधिकांश तो अप्रशिक्षित चालक ही वाहनों को सड़कों पर चला रहे हैं। जिसके चलते आये दिन दुर्घटनाएं हो रहीं हैं।
जागरण संवाददाता, अदरी (मऊ) : क्षेत्र के विभिन्न इलाकों के रूटों पर डग्गामार वाहनों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जीप व टेंपू के पीछे लटक कर यात्री सफर करते है। अधिकांश तो अप्रशिक्षित चालक ही वाहनों को सड़कों पर चला रहे हैं। इसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं हैं।
अदरी-मधुबन शहीद मार्ग प्रमुख मार्ग होने के चलते देर रात तक आवागमन रहता है। इस पर डग्गामार वाहनों की भरमार रहती हैं। छोटे वाहन भी इस मार्ग पर तेज रफ्तार से चलते हैं। इस मार्ग पर अधिकांश निजी वाहनों की स्टेयरिग अप्रशिक्षित चालकों के हाथों में ही रहती है। इंदारा से बलिया पैसेंजर, कृषक एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस के यात्रियों की भारी संख्या के चलते सूर्यास्त के बाद सवारियों को ठूंस-ठूंस कर भरते हैं और तेज रफ्तार से सड़क पर दौड़ा रहे हैं। यातायात माह समाप्त होने के कगार पर है लेकिन पुलिस व यातायात विभाग की नजर इन पर नही पड़ रही है। शहीद मार्ग ऐसी चमचमाती सड़कों पर वाहनों के पीछे खतरनाक तरीकों से लटका कर जान हथेली पर रखकर दुर्घटनाओं को दावत देने के बराबर है। इस संबध में सेमरी जमालपुर बाजार निवासी अनूप राय का कहना है कि इस रूट पर एक ही रोडवेज बस का संचालन होने से डग्गामार वाहन संचालकों की चांदी कट रही है। करीमाबाद गांव के वकील अहमद का कहना था कि शाम के समय काफी संख्या में ओवरलोड सवारी वाहन चलते हैं। पवनी गांव निवासी प्रेमशंकर पांडेय का कहना हैं कि जहां आए दिन सड़क हादसे किसी न किसी रूप में घटित होते हैं अगर पुलिस सख्त हो जाय तो सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। इंदारा गांव निवासी शरद यादव की मांग है कि डग्गामार वाहनों पर रोक लगाई जाए।