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समाधान दिवस के दौरान 53 मामलों में सिर्फ 12 का निस्तारण

जागरण संवाददाता मऊ जनपद के समस्त थानों पर शनिवार को समाधान/थाना दिवस का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 08:54 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 08:54 PM (IST)
समाधान दिवस के दौरान 53 मामलों में सिर्फ 12 का निस्तारण
समाधान दिवस के दौरान 53 मामलों में सिर्फ 12 का निस्तारण

जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद के समस्त थानों पर शनिवार को समाधान/थाना दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 50 मामले आए। इसमें सिर्फ 12 मामलों का ही निस्तारण किया जा सका। समाधान दिवस में थाना चिरैयाकोट में कुल तीन प्रार्थना पत्र पड़े। इसमें एक भी निस्तारित नहीं हो पाया। थाना दक्षिण टोला में कुल चार प्रार्थना पत्रों में एक, थाना दोहरीघाट में कुल चार में सभी को निस्तारित किया गया। थाना घोसी में कुल चार में एक, थाना हलधरपुर में कुल तीन में शून्य, थाना कोतवाली में कुल चार में एक, थाना मधुबन में कुल दो में एक भी नहीं, थाना मुहम्मदाबाद में कुल 11 में दो निस्तारित, थाना रानीपुर में कुल तीन, थाना सरायलखंसी में कुल आठ प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए गए। थाना रामपुर में कोई मामला आया ही नहीं। पूराघाट : सदर एसडीएम जयप्रकाश यादव के नेतृत्व में थाना दिवस का आयोजन किया गया। फरियादियों ने अपनी समस्याओं का प्रार्थना पत्र देकर अवगत करवाया। सात मामले थाना दिवस पर आए। इसमें तीन मामले का निस्तारण मौके पर कर दिया गया। वहीं चार मामलों के निस्तारण के लिए एसडीएम ने लेखपाल कानूनगो को निर्देशित किया। इस अवसर पर थानाध्यक्ष सुदेश सिंह, अधिशासी अधिकारी जेपी यादव, लेखपाल गौरव राय, नीतीश राय, अभिषेक शाही सहित सभी कर्मी मौजूद थे।

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युवती ने पति सहित कई के विरुद्ध दर्ज कराया मुकदमा

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) :

दरअसल बनियापार की एक युवती सरना एवं पिडसुई अहिलासपुर के युवक आदित्य ने चार वर्ष तक चले प्रेम संबंध को एक वर्ष पूर्व शादी में बदला। दोनों के कोर्ट में शादी करने के बाद युवती के मायके पक्ष ने उससे संबंध तोड़ लिया तो कुछ दिनों बाद ही ससुराल पक्ष प्रताड़ित करने लगा। सरना ने 11 मई 2021 को पति सहित ससुराल पक्ष के चार के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न एवं मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया। दूरियां बढ़ती गईं और गुरुवार को ससुराल पक्ष ने सरना को मारपीट कर घर से बाहर कर दिया। इसके चलते युवती के सिर पर अब छत नहीं बची। वह कोतवाली से लेकर पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय का चक्कर लगाने लगी। शनिवार को समाधान दिवस में वह उपजिलाधिकारी डा. सोनकर के समक्ष प्रस्तुत हुई। उसकी समस्या को बेहद संजीदगी से सुनते हुए एसडीएम ने आदित्य के स्वजन को बुलाया। लंबी वार्ता के बाद ससुराल पक्ष ने 18 नवंबर के बाद उसे घर ले जाने पर सहमति जताया।


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