आरक्षण खिड़की से चार दिन में बिके मात्र 50 टिकट
मऊ भारतीय रेलवे के शीर्ष प्रबंधन की ओर से वाया मऊ जंक्शन तीन जून से महानगरों के लिए ट्रेनें चलाए जाने की तैयारी की गई है। उधर इन ट्रेनों के लिए आरक्षित टिकटों की बिक्री का आलम यह है कि रेलवे के बुकिग काउंटर से मुश्किल से 10 से 12 टिकट ही बिक पा रहे हैं। प्रभारी सीआरएस सुनील कुमार भारती ने बताया कि 22 मई से टिकटों की बिक्री शुरू होने से लेकर अब तक केवल 50 आरक्षित टिकट ही बिके हैं।
जागरण संवाददाता, मऊ : भारतीय रेलवे के शीर्ष प्रबंधन की ओर से वाया मऊ जंक्शन तीन जून से महानगरों के लिए ट्रेनें चलाए जाने की तैयारी की गई है। उधर, इन ट्रेनों के लिए आरक्षित टिकटों की बिक्री का आलम यह है कि रेलवे के बुकिग काउंटर से मुश्किल से 10 से 12 टिकट ही बिक पा रहे हैं। प्रभारी सीआरएस सुनील कुमार भारती ने बताया कि 22 मई से टिकटों की बिक्री शुरू होने से लेकर अब तक केवल 50 आरक्षित टिकट ही बिके हैं।
रेलवे की ओर से देश भर में 100 जोड़ी ट्रेनें चलाए जाने का निर्णय किया गया है। जिसके तहत मऊ जंक्शन से होकर महानगरों के लिए तीन एक्सप्रेस ट्रेनों को गुजरना है। इनमें से जयनगर से अमृतसर जाने वाली सरयू-यमुना एक्सप्रेस, दरभंगा से अहमदाबाद जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस तथा छपरा से सूरत जाने वाली ताप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। यात्रियों को लेकर पहली ट्रेन ताप्ती गंगा तीन जून को अपने निर्धारित समय से छपरा से चलकर मऊ जंक्शन होते हुए सूरत के लिए रवाना होगी। प्रभारी सीआरएस सुनील कुमार भारती ने बताया कि प्रतिदिन औसतन 10 से 12 टिकट ही बिक पा रहे हैं। आम दिनों में टिकटों की बिक्री से जहां ढाई से तीन लाख रुपये औसत राजस्व संग्रह रहता था, वहीं वर्तमान में यह राशि 15000 रुपये ही रह गई है। कहा कि महानगरों की ओर जाने में लोगों की दिलचस्पी न के बराबर देखी जा रही है।