परिवार को सुव्यवस्थित बना रही भारतीय संस्कृति : गोविद
जागरण संवाददाता वलीदपुर (मऊ) पंच दिवसीय श्रीराम कथा के पंचम दिवस पर संगत उदासीन में आयोि
जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : पंच दिवसीय श्रीराम कथा के पंचम दिवस पर संगत उदासीन में आयोजित कार्यक्रम पंडित बाल गोविद शास्त्री, पं. ललित नारायण गिरी, पं. हरिओम दास एवं रामाश्रय दास ने सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के विषय में समाज और परिवार जोड़ने की व्यवस्था का मंत्र दिया। इसे सुनकर सभी लोग आह्लादित हो गए। पूरा माहौल राममय हा गया। वक्ताओं ने कहा कि प्रात: काल उठ के रघुनाथा, मात पिता गुरु नावे माथा। इस मंत्र के साथ जीवन को संस्कार में एवं व्यवस्थित बनाया जा सकता है।
उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. उमेश कुमार सरोज सुरहूरपुर ने किया। इसके बाद संतों को माल्यार्पण कर एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। पंडित ललित नारायण गिरी ने सृष्टि की उत्पत्ति से लेकर सनातन धर्म को बहुत विशेष रूप से बताया। इस दौरान लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, अशोक कुमार वर्मा, पतरी लाल सेठ, नीरज मद्धेशिया, अंकित वर्मा, रितेश चौरसिया, अंशु बरनवाल, सोनू, गोलू वर्मा, आशीष, सोनी, अवधेश वर्मा, राहुल चौरसिया आदि उपस्थित थे। इसके पूर्व चौथे दिन समाजसेवी अखिलेश वर्मा उर्फ गुड्डू वर्मा ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। पंडित गोविद शास्त्री ने कहा कि हमें मर्यादा पुरुषोत्तम राम के आचरण एवं प्रभु सेवक हनुमान के विचारों को अपनाने कि जरूरत है। इस अवसर पर आइडियल जौर्नालिस्ट एसोसिएशन के प्रांतीय संरक्षक संजय कुमार पांडेय, एहसान अहमद, राजेश रंजन, लाल बाबा, अशोक कुमार वर्मा, संतोष गुप्ता, गोलू वर्मा, अवधेश कुमार, विष्णु कांत श्रीवास्तव उपस्थित थे। संचालन जिला सेवा प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता ने किया। नहीं निकले घरों से लोग, इंटरनेट मीडिया तक सीमित रहा नवसंवत्सर जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद मे बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या के चलते नवसंवत्सर पर सामाजिक संगठनों ने अपने-अपने कार्यक्रम रद कर दिए। इसके बाद अपने घरों पर ध्वज लगाकर उसकी फोटो इंटरमीडिया पर शेयर किए व लोगों को बधाइयां दी। भविप अध्यक्ष व हियुवा अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि जनपद मे बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए व सरकार की ओर से सामूहिक कार्यक्रम न करने की अपील की गई थी। ऐसे में यह यह निर्णय लिया गया कि पिछले वर्ष के भांति इस वर्ष भी हम लोगों को दूर से ही नववर्ष की बधाई दी जाएगी। जयकारों के साथ टेका मत्था, चढ़ाया नारियल-चुनरी
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों में वासंतीक नवरात्र के प्रथम दिन जयकारों के साथ प्रात:काल से ही भक्तों ने देवी मंदिरों में नारियल-चुनरी चढ़ाकर मत्था टेका। उत्तरवाहिनी मां सरयू के पावन तट पर जानकी घाट दुर्गा मंदिर में पूजन-अर्चन कर मां भवानी की आराधना की। सिद्धिदात्री मंदिर कोरौली में सुबह से मां के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। कैनाल हेड पर मां कल्याणी भगवती के दरबार में महिलाओं ने विधिवत पूजा किया। सियरही बर्जला दुर्गा मंदिर में लोगों ने फूल-माला चढ़ाकर मां की अर्चना की। कुसुम्हा दुर्गा मंदिर में भक्तों ने मंगल कामना के लिए आराधना किया। अंतरराष्ट्रीय मातेश्वरी महाधाम पर कोरोना को देखते हुए फाटक बंद होने के बाद भी भक्तों ने शक्ति के दरबार में पहुंचकर जयकारों के साथ नारियल-चुनरी चढ़ाई। पीठाधीश्वर सदगुरु महाराज ने अपने-अपने घरों में कलश स्थापित कर मां की पूजा-अर्चना करने का निर्देश दिया।