नमस्ते इंडिया नहीं, सीधे पांव पर गिर रहे प्रत्याशी
जागरण संवाददाता रामपुर बेलौली (मऊ) त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने गांवों का माहौल खुशनुमा बना
जागरण संवाददाता, रामपुर बेलौली (मऊ) : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने गांवों का माहौल खुशनुमा बना दिया है। लोगों के मुंह से अनायास ही निकल रहा है कि काश! गांव का माहौल हर समय ऐसा ही रहता। कारण कि चुनाव की तैयारी में लगे भावी प्रत्याशियों में गजब के संस्कार दिखाई पड़ रहे हैं। एक तरफ जहां चाचा-चाची जैसे संबोधन तो दूसरी ओर नमस्ते इंडिया की बजाय बड़े-बुजुर्गों के तपाक से पैर पकड़ रहे हैं। हर गांव में प्रत्याशी संस्कारों की ऐसी गंगा बहा रहे हैं कि यह डर भी लग रहा है कि कहीं कोरोना न दे दे प्रत्याशी को झटका।
गांवों में इस समय प्रत्याशी का हर व्यक्ति कोई न कोई रिश्तेदार हो गया है। सबको प्रत्याशी रिश्तों के नाम से पुकार रहे हैं। जैसे चाचा, बाबूजी, पिताजी, मामा, ताऊ, काका, भतीजा, बेटा-बेटी आदि। खातिरदारी से लेकर एक-एक व्यक्ति को सम्मान देने की भावना प्रत्याशियों में हिलोरें ले रही है। घरों में जाकर भी रिश्तों की डोर से सभी को जोड़ने का प्रयास चल रहा है। प्रत्याशियों के अप्रत्याशित संस्कारों वाले व्यवहार से ग्रामीण खुश भी हैं। यह बात सभी को ठीक लग रही है। भले ही इसके पीछे वोट हासिल करने की मंशा छिपी हुई है, परंतु मर्यादित आचरण की खूब सराहना की जा रही है। हालांकि, लोगों का कहना है कि इस समय किसी के पैर छूना या पैर पकड़ना प्रत्याशी व मतदाता दोनों के लिए भारी पड़ सकता है। बेहतर है कि दूर से ही झुक कर प्रणाम या नमस्ते किया जाए।