रहस्यमय स्थिति में लापता अबोध अखोप में मिली
खीरीकोठा से बीते 12 जुलाई की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई वर्षीय बालिका को पुलिस ने बरामद कर लिया है। बालिका बलिया जनपद के उभांव थाना क्षेत्र के अखोप में मिली।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्थानीय थाना क्षेत्र के खीरीकोठा से बीते 12 जुलाई की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई वर्षीय बालिका को पुलिस ने बरामद कर लिया है। बालिका बलिया जनपद के उभांव थाना क्षेत्र के अखोप में मिली। बालिका की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने प्रभारी निरीक्षक कुमुदशेखर सिंह के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस की पांच टीमों का गठन किया था। टीमें गांव-गांव भ्रमण कर बालिका का पता लगा रही थीं। इस कवायद का सार्थक परिणाम यह रहा कि टीम गठन के 12 घंटे के अंदर ही बालिका बरामद हो गई।
जनपद में पहले बच्चों के गायब होने पर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती थी लेकिन वर्तमान पुलिस अधीक्षक के कड़े तेवर के बाद ऐसे मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज ही नहीं कर रही, बल्कि बच्चों के बरामदगी के लिए सार्थक कदम भी उठा रही है। क्षेत्र के खीरीकोठा निवासी धनंजय राजभर की छह वर्षीय पुत्री नैंसी बीते 12 जुलाई की सुबह छह बजे संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों की सूचना पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन कर ही रही थी कि रविवार की रात में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य स्थानीय थाने पर धमक पड़े। प्रभारी निरीक्षक कुमुद शेखर सिंह के नेतृत्व में पांच उपनिरीक्षकों की अलग-अलग टीमें गठित कर बालिका की तलाश फोटो के माध्यम से करने का निर्देश दिया। पुलिस टीम बालिका की तलाश करते-करते क्षेत्र के अन्य गांवों में घूमते-घूमते बलिया जनपद के उभांव थाना क्षेत्र के अखोप पहुंच गई। वहां एक संभ्रांत व्यक्ति के घर भटकते हुए पहुंची बालिका बरामद हो गई। बालिका के मिलते ही परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं था। वहीं पुलिस ने भी राहत की सांस ली। नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि शंकर मद्धेशिया ने कहा कि पुलिस अधीक्षक की गंभीर कार्यप्रणाली और स्थानीय पुलिस की तत्परता सराहनीय है।