मऊ, जागरण संवाददाता: आकाशीय बिजली की डरावनी गरज और चमक के साथ शनिवार की देर शाम हुई मूसलाधार बारिश लगातार ढाई घंटे तक अनवरत चलती रही। इस दौरान नगर सहित कई क्षेत्रों में ओले भी पड़े। बारिश ने नगर पालिका प्रशासन के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दिया। बारिश से शहर के कई मोहल्लों में कहीं सड़कें लबालब हो गई ताे कहीं घरों में पानी घुसने लगा। 

जगह-जगह नालियां और नाले चोक हो गए। यहां तक की खाली प्लाटों और मैदानों में भी पानी जम गया। जहां खड़ी कई कारें पानी में डूब गईं तो वहीं डाॅ. भीमराव स्टेडियम झील में तब्दील हो गया। जलजमाव से त्रस्त शहरवासियों ने देर रात से ही नगर पालिका प्रशासन के अधिकारियों के फोन घनघनाना शुरू कर दिया। 

सुबह होते ही नगर पालिका प्रशासन के कर्मचारियों ने बेमौसम पैदा हुए बदहाली के हालात से निपटने के लिए कसरत शुरू कर दिया। सबसे पहले जाम नालों और नालियों को 10-10 कर्मचारियों की चार टीमें लगाकर खोला गया। इसके बाद बिजली के तारों व सड़कों पर पर टूट कर लटके पेड़ों और डालियों को हटवाया गया। 

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा समस्या मुंशीपुरा, सहादतपुरा ब्रह्मस्थान नई बस्ती व डोमनपुरा में जलजमाव से हुई। कहा कि अचानक पैदा हुए हालात से निपटने के लिए जगह-जगह कर्मचारियों की टीमें लगा दी गई हैं। 

मुंशीपुरा में पंपसेट लगाकर जलजमाव कम करने की कोशिश की जा रही है, ताकि लोगों के घरों में पानी न घुसने पाए। जाम नालियों को साफ कराया जा रहा है। गाजीपुर तिराहा स्थित यूनियन बैंक के पास गिरे पेड़ को काटकर बाधित रास्ते पर आवागमन सुचारू करा दिया गया है।

Edited By: Shivam Yadav