बगैर गलती जेल जाना मंजूर नहीं
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को पलटते हुए सदन में लाए गए संशोधित एससीएसटी एक्ट सवर्ण व पिछड़े समाज के गले नहीं उतर रहा है। मंगलवार को युवा राष्ट्र क्रांतिकारी संगठन ने जमकर आक्रोश जताया।
जागरण संवाददाता, मऊ : सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को पलटते हुए सदन में लाए गए संशोधित एससीएसटी एक्ट सवर्ण व पिछड़े समाज के गले नहीं उतर रहा है। मंगलवार को युवा राष्ट्र क्रांतिकारी संगठन ने जमकर आक्रोश जताया। कलेक्ट्रेट में दर्जनों युवाओं की टोली ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट के पोर्च में सुरक्षा की ²ष्टि से तैनात पुलिस से युवाओं की नोंकझोक भी हुई। युवाओं ने एक स्वर में इसे सवर्णों व पिछड़ों के लिए खतरनाक बताया।
संगठन के संचालक अनिमेष मिश्रा ने देश के करोड़ों लोग ने एक होकर इस संकल्प के साथ नरेंद्र मोदी का साथ दिया था कि वह देश को विकास के पथ पर आगे ले जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि था देश तरक्की के पथ पर होगा तथा युवाओं को रोजगार के मार्ग प्रशस्त किए जाएंगे परंतु काले कानून एससीएसटी में नया संशोधन कर केंद्र सरकार ने देश को धोखा देने का काम किया है। केंद्र सरकार आनन-फानन काला कानून लाकर सवर्ण व पिछड़ों के साथ अन्याय किया है। राहुल ¨सह ने कहा कि आरक्षण से सवर्ण समाज को कोई दिक्कत नहीं है। सरकार देश के लोगों की भावनाओं का कद्र करते हुए जरूरतमंदों को आरक्षण का लाभ दे। सरकार को चाहिए कि दिव्यांग, गरीब परिवार व शहीदों के परिवार के लिए आरक्षण होना चाहिए। सरकार अपनी मनमर्जी देश की जनता पर थोपना बंद करें। सरकार को याद रखना चाहिए कि वे देश की जनता के लिए ही हैं, ऊपर नहीं। युवाओं के प्रदर्शन को देखते हुए कोतवाली, सरायलखंसी व दक्षिणटोला थाने की पुलिस सीओ राजकुमार के नेतृत्व में तैनात रही। इस दौरान पुलिस ने युवाओं से ज्ञापन लेना चाहा तो उन्होंने विरोध करते हुए मजिस्ट्रेट को बुलाने पर आमादा हो गए। काफी देर बाद मौके पर पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर प्रवीण शास्त्री, जयनेंद्र ¨सह, आयुषमणि त्रिपाठी, अभिषेक ¨सह, पुनीत यादव, देवेंद्र ¨सह, स्वराज ¨सह, सुधांशु ¨सह आदि उपस्थित थे।