तमसा नदी के किनारे हो रहा अवैध खनन, किसानों ने किया विरोध
सदर तहसील अंतर्गत थाना सरायलखंसी क्षेत्र के सरवां रणवीरपुर गांव के तमसा नदी के किनारे कई दिनों से अवैध रूप से मिट्टी व बालू खनन जारी है। फोरलेन के निर्माण में लगी कंपनी किसानों से बिना एंग्रीमेंट के ही मनमाने ढंग से ठेकेदार व क्षेत्रीय लेखपाल की मिलीभगत से काश्तकार किसानों की भूमि पर अवैध खनन कर रही है।
जागरण संवाददाता, नौसेमरघाट (मऊ) : सदर तहसील अंतर्गत थाना सरायलखंसी क्षेत्र के सरवां रणवीरपुर गांव के तमसा नदी के किनारे कई दिनों से अवैध रूप से मिट्टी व बालू खनन जारी है। फोरलेन के निर्माण में लगी कंपनी किसानों से बिना एंग्रीमेंट के ही मनमाने ढंग से ठेकेदार व क्षेत्रीय लेखपाल की मिलीभगत से काश्तकार किसानों की भूमि पर अवैध खनन कर रही है। इससे आक्रोशित होकर बुधवार की सुबह तीन गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और दर्जनभर कास्तकार किसान समेत दर्जनों लोगों ने खनन कार्य को रुकवा कर डंफर व जेसीबी मशीन के सामने घंटों विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।
दूसरी ओर दर्जनभर किसानों ने सदर एसडीएम आरके चौधरी को तीन सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन सौंपकर अवैध खनन पर रोक की मांग की। सरवां, रणवीरपुर, बभनीकोल आदि गांव के कस्तकार किसान अशोक पांडे, नजीर अंसारी, एकलाख अंसारी, बसीर अंसारी, मन्नान अंसारी, राजेंद्र यादव, महेंद्र यादव, अमरजीत यादव, रामकेश आदि का कहना है कि तमसा तट के किनारे किसानों के सैकड़ों एकड़ भूमि काश्तकारी है। इन दिनों फोरलेन सड़क योजना के अंतर्गत विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों व क्षेत्रीय लेखपाल कृष्ण प्रभाकर, ठेकेदार राकेश वर्मा, सचिन श्रीवास्तव आदि लोगों की मिलीभगत से काश्तकारों की बिना एग्रीमेंट कराएं भूमि पर अवैध मिट्टी व बालू खनन बिना रोक-टोक के धड़ल्ले से किया जा रहा है।
किसानों द्वारा मना करने पर जान से मारने की धमकी मिल रही है। बरसात के समय में जल का भराव होने से नदी में कटान तेजी से बढ़ जाती है, साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने के चलते किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि कटान से नदी में तब्दील हो जाएगी।
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मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच कराई जाएगी। मिट्टी के अलावा मशीन द्वारा बालू खनन का उपयोग पकड़ाने पर जब्त कर कार्रवाई की जाएगी। जांच में कर्मचारी व अधिकारी लिप्त पाया जाता है तो कार्रवाई सुनिश्चित है।
- आरके चौधरी, उप जिलाधिकारी तहसील सदर।