सरकारी महकमा ही नष्ट कर रहा जल स्रोतों को
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार सहित तमाम संगठन गिरते भूगर्भ
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार सहित तमाम संगठन गिरते भूगर्भ जल स्तर से ¨चतित होकर जलाशयों के संरक्षण एवं जल संचयन को जद्दोजहद कर रहे हैं पर घोसी नगर पंचायत में तो 'मेड़ ही खेत चर रही है' की कहावत चरितार्थ हो रही है। नगर पंचायत ही जल स्रोतों में कूड़ा डाल कर पाट रहा है।
जलाशयों के इस नगर में अब चंद पोखरों का अस्तित्व कायम है। अतिक्रमण की होड़ में जिम्मेदार अधिकारियों एवं संस्थाओं की चुप्पी इस क्रिया में अवरोध साबित हो रही है। नगर के उत्तरी भाग में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एवं सदर इमामबाड़ा के पूरब और रेलवे लाइन के पश्चिम बड़ागांव में स्थित पोखरी का वजूद समाप्त करने पर कोई व्यक्ति नहीं वरन नगर पंचायत ही तुली है। नगर पंचायत अपने स्वामित्व के अधीन इस जलाशय की पैमाइश एवं खोदाई कर संरक्षण करने के स्थान पर इस पोखरी में कूड़ा गिरा रही है। हाल यह कि पूर्व से ही अपनी गहराई खो चुकी यह पोखरी अब कुछ हद तक कूड़े से पट गई है। निश्चित ही अब इस समतल भाग पर अतिक्रमण की होड़ मचेगी और जलाशय अपना वजूद खो देगा। एक अन्य तथ्य यह कि कूड़ा गिराए जाने से सदर इमामबाड़ा एवं शम्मे स्थान पर आने वाले श्रद्धालुओं को दुर्गंध से दिक्कत होती है। भाजपा सेक्टर अध्यक्ष मनोज साहनी ने इस बाबत नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने पूर्व में भी यह मामला उठाया है पर अभी तक प्रकरण अनसुना ही है। श्री साहनी ने कूड़ा गिराया जाना बंद न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।