नकल करने व कराने वालों की अब खैर नहीं
जागरण संवाददाता, मऊ : नकल रोकने के योगी सरकार के नए फरमान से जिले के नकल माफियाओं
जागरण संवाददाता, मऊ : नकल रोकने के योगी सरकार के नए फरमान से जिले के नकल माफियाओं में हड़कंप मचा है। इमला बोलकर नकल कराने में सिद्धहस्त हो चुके शिक्षक बोर्ड परीक्षा कक्ष में वायस रिकार्डर के साथ सामने से और पीछे से कैमरा लगे होने का शासनादेश आने के बाद अब अपना सिर पीटने को मजबूर हो गए हैं। बात बहुत सीधी है कि परीक्षा कक्ष में कोई भी आवाज गूंजी तो कैमरा में हो जाएगी रिकार्ड। लिहाजा नकल करने व कराने वालों की अब खैर नहीं। सरकार ने ऐसे ही स्कूलों को बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाए जाने का फरमान जारी किया है, जिनमें इन सुविधाओं की व्यवस्था कर ली गई हो।
जिला विद्यालय निरीक्षक डा.केसी भारती ने बताया कि शासनादेश बहुत सुस्पष्ट है। ऐसे विद्यालयों को ही बोर्ड परीक्षा केंद्र के लिए संस्तुत किए जाने का आदेश है, जिनके कमरों में एक श्यामपट्ट की तरफ व दूसरा श्यामपट्ट के सामने की दीवार पर कैमरा लगा हो। प्रत्येक कैमरे में साउंड रिकार्डर भी लगाना अनिवार्य है, ताकि कमरे में होने वाली छोटी सी आवाज भी रिकार्ड हो सके। वहीं, दोनों तरफ कैमरा होने से कमरे के प्रत्येक छात्र की हरकतों पर नजर रखी जा सकती है। डीआइओएस (डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर आफ स्कूल) ने कहा कि सभी इंटर कालेजों के प्रधानाचार्यों को बोर्ड परीक्षा केंद्र बनने की शर्तों से अवगत करा दिया गया है। विद्यालयों का निरीक्षण कर उनकी सूचनाएं वेबसाइट पर अपलोड की जा रही हैं। इनसेट--
कुंडली मारकर बैठे बाबुओं का पहले तो तबादला जरूरी
शिक्षाविद रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने कहा कि नकल को बढ़ावा देने और प्रदेश सरकार की नकल विरोधी सारी कवायदों की हवा डीआइओएस कार्यालय में वर्षों से कुंडली मारकर बैठे बाबू ही निकाल रहे हैं। बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाए जाने के लिए सर्वेक्षण शुरू होने से ही खेल शुरू हो जा रहा है। यदि योगी सरकार वास्तव में नकल रोकने के प्रति गंभीर है तो सरकार को पहले इनके स्थानांतरण पर भी गंभीरता पूर्वक विचार करना होगा।