गर्भवती महिलाओं को दें पोषण की जानकारी : डीएम
प्रदेश को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सरकार की हर योजना का लाभ हर कुपोषित तक पहुंचना चाहिए। गर्भवती महिलाएं हों या बच्चे कुपोषण दूर तभी होगा जब उन्हें सही जानकारी दी जाएगी और कुपोषण दूर करने के सटीक उपाय होंगे।
जागरण संवाददाता, मऊ : प्रदेश को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सरकार की हर योजना का लाभ हर कुपोषित तक पहुंचना चाहिए। गर्भवती महिलाएं हों या बच्चे, कुपोषण दूर तभी होगा जब उन्हें सही जानकारी दी जाएगी और कुपोषण दूर करने के सटीक उपाय होंगे। इसलिए प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को कुपोषण मुक्त प्रदेश के नारे को साकार करने के लिए एकजुट होना होगा। कुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक हरी सब्जियों का सेवन कराकर काफी हद तक कुपोषण दूर किया जा सकता है। यह बातें जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने शहर के नगर पालिका कम्यूनिटी हाल में राज्य पोषण मिशन के तहत आयोजित क्षमता संवर्धन कार्यक्रम में कहीं।
जिलाधिकारी ने कहा कि शहरों एवं गांवों में गर्भवती महिला एवं कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हे कुपोषण की पूरी जानकारी दें जिससे कि वे कुपोषण मुक्त हो सकें। सर्वे द्वारा यह पता चला है कि स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है। इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गर्भवती महिला को साफ-सफाई का विशेष ध्यान देना होगा। कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए जरूरी नहीं कि काजू, बादाम एवं अनार ही दिया जाए, बल्कि घरेलू औषधियों जैसे सहजन, करी पत्ता, लौकी, गाजर, मूली, हरी सब्जियों से भी कुपोषण दूर किया जा सकता है। जनपद को कुपोषण मुक्त बनाना हम सभी का दायित्व है और इसका मुख्य बिदु खान-पान है। जबतक हम अपने खान-पान में बदलाव नहीं करेंगे, तबतक समस्याएं होती रहेंगी। डीएम ने कहा कि महिलाएं देवी का रूप हैं, यदि कुछ करने की ठान लें तो करके दिखाती हैं। कार्यक्रम का संचालन बेबी परवीन ने किया। इस अवसर पर सीडीओ आलोक कुमार, जिला विकास अधिकारी विजय शंकर राय, नगर मजिस्ट्रेट जेएन सचान, डीपीओ दुर्गेश कुमार, डीपीआरओ संजय मिश्रा आदि उपस्थित थे।