52 वर्षो बाद घोसी ने तोड़ा मतदान का रिकॉर्ड
17वीं लोकसभा के लिए मतदान फीसद बढ़ाने में जिला प्रशासन की मेहनत रंग लाई। रविवार को जनपद की चार सीटों पर जमकर मतदान हुआ। लोग उत्साहपूर्वक घरों से निकले और घंटों कतार में खड़े रहकर अपने जनप्रतिनिधि के चुनाव के लिए वोट दिया और चुनाव मैदान में उतरे कुल 15 उम्मीदवारों की किस्मत को इवीएम में कैद कर दिया।
जागरण संवाददाता, मऊ : 17वीं लोकसभा के लिए मतदान फीसद बढ़ाने में जिला प्रशासन की मेहनत रंग लाई। रविवार को जनपद की चार सीटों पर जमकर मतदान हुआ। लोग उत्साहपूर्वक घरों से निकले और घंटों कतार में खड़े रहकर अपने जनप्रतिनिधि के चुनाव के लिए वोट दिया और चुनाव मैदान में उतरे कुल 15 उम्मीदवारों की किस्मत को इवीएम में कैद कर दिया। मतदान की समय सीमा 6.00 बजे तक कुल 60.16 फीसद मतदाता अपने वोट डाल चुके थे, बलिया जनपद की रसड़ा विधानसभा सीट पर पड़े 55 फीसद मतों के साथ संसदीय क्षेत्र घोसी का कुल औसत मतदान 59.126 फीसद जा पहुंचा। इस तरह घोसी लोकसभा सीट पर मतदाताओं ने 52 वर्षों बाद अपने ही मतदान का रिकार्ड तोड़ दिया है। इसके पहले 1967 में अब तक का सर्वाधिक मतदान 58.1 फीसद हुआ था।
जिला प्रशासन खास तौर पर जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने मतदान फीसद बढ़ाने को जिस प्रकार चुनौती के रूप में लिया था और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष संकल्प जताया था। इससे मतदान का प्रतिशत 60 से ऊपर जाने की उम्मीद बनी हुई थी और वह पूरा भी हुआ। पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार मतदाताओं की जागरूकता कुछ ज्यादा ही देखने को मिली। खास तौर पर युवा वर्ग खासा उत्साहित दिखा। उन्हें देख बुजुर्ग मतदाता भी उनसे प्रेरित हो मतदेय स्थलों तक पहुंचे और लंबी कतारों में लगकर अपने वोट डाले। इससे लोकतंत्र के इस महापर्व का पूरा दिन उत्सव सरीखा गुजरा। कहीं-कहीं मामूली कहासुनी के बीच शाम 6.00 बजे तक कुल 59.126 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान : आंकड़े में
विधानसभा क्षेत्र मतदान फीसद
353-मधुबन - 59.95
354-घोसी - 59.98
355- मु0बाद(अ0जा0)- 60.75
356-मऊ- 59.95
रसड़ा - 55 फीसद
(मऊ जनपद में औसत मतदान- 60.16 फीसद)
घोसी लोकसभा क्षेत्र में कुल औसत मतदान- 59.126 प्रतिशत