हौसले से मां-बेटी ने कोरोना को दी मात
जागरण संवाददाता पुराघाट (मऊ) कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आते ही मां-बेटी को झटका
जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आते ही मां-बेटी को झटका सा लगा लेकिन हौसला बरकरार रखा। उनके पति व बेटे ने रसोई संभाल लिया और सुबह-शाम उनकी दिनचर्या पर ख्याल रखा। इसके बाद एक पखवारे के अंदर दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। इसके बाद परिवार में खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। मां का कहना है कि बेटी के साथ संक्रमित होने वाला यह दिन हमेशा याद आता रहता है।
यह कहानी है कोपागंज ब्लाक के ग्राम सभा देवकली विशुनपुर निवासी 44 वर्षीय उषा एवं इंटर कालेज की छात्रा 18 वर्षीय पुत्री श्रेया की। तबीयत खराब होने पर इन दोनों ने अपनी कोविड जांच कराई। 15 अप्रैल को इनकी कोविड जांच की रिपोर्ट पाजिटिव आई। जांच पाजिटिव आने के बाद दोनो को होम आइसोलेशन में रहने की इजाजत दे दी गई। उषा ने बताया कि मां एवं पुत्री के संक्रमित होने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों को खाना बनाने की समस्या खड़ी हो गई लेकिन पति संजय एवं पुत्र आदित्य ने रसोई को संभाल लिया और साथ ही हमलोगों की सभी समस्याओं को हाथों हाथ लेकर दूर कर दिया। हम दोनों को लगा ही नहीं की संक्रमित हैं। एक कक्ष में हम दोनों साथ रहते थे। कोई सामान देना होता तो मास्क लगाकर पति या पुत्र बाहर से देकर चले जाते। वही बाहर बैठकर हमलोगों से बाते करते। इससे लगा ही नहीं की मां बेटी संक्रमित हैं। 30 अप्रैल को जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गयी और हमें लगा कि कोरोना पर हमने विजय पा ली। घर से बाहर जाने पर बिना मास्क लगाए नहीं जाते हैं, वही हमेशा सैनिटाइजर का प्रयोग कर ही सभी लोग घर के अंदर जाते हैं।