कैलेंडर बनाकर समय से खत्म करें पाठ्यक्रम
कांवेंट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों में भी अब समय सीमा के अंदर पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा। स्कूलों में पढ़ाई के लिए कैलेंडर बनाया गया है।
जागरण संवाददाता, थानीदास (मऊ) : कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों में भी अब समय सीमा के अंदर पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा। स्कूलों में पढ़ाई के लिए कैलेंडर बनाया गया है। इसके आधार पर पाठ्यक्रम को पूरा कराना शिक्षकों का दायित्व होगा। समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाएगी। कोर्स अधूरा रहने पर संबंधित विषय के शिक्षक पर कार्रवाई होगी। जुलाई में विद्यालय खुलने के बाद बड़राव के खंड शिक्षा अधिकारी माधवेंद्र पांडेय ने विद्यालयों का निरीक्षण कर हाईटेक प्रणाली से पठन-पाठन कराने का निर्देश दिया। एबीएसए ने प्रधानाध्यापकों को इसका खाका तैयार कर पढ़ाने का निर्देश दिया।
परिषदीय स्कूलों में अप्रैल माह से शैक्षिक सत्र की शुरुआत होती है। वहीं नवंबर में अर्द्धवार्षिक व मार्च में वार्षिक परीक्षा कराई जाती है। शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दे। विभाग ने कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों में भी पाठ्यक्रम पूरा कराने का अब कैलेंडर बनाया है। समयबद्ध तरीके से पाठ्यक्रम को पूरा कराना शिक्षकों के लिए चुनौती होगी। जुलाई माह तक एक चौथाई पाठ्यक्रम पूरा कराना होगा। अक्तूबर माह के अंत तक 50 फीसदी पाठ्यक्रम पूरा होगा। वहीं अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद मार्च तक शेष पाठ्यक्रम पूर्ण कराया जाएगा। इसके बाद छात्र-छात्राओं की वार्षिक परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। प्राथमिक विद्यालय बहरामपुर, बनगांवां आदि दर्जनों विद्यालयों का निरीक्षण कर प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया।