कोरोना से अधिक कटान का सता रहा डर
कोरोना से अधिक सता रही कटान की डर
जासं, रामपुर बेलौली (मऊ) : मधुबन तहसील क्षेत्र के देवारांचल में स्थित बिनटोलिया गांव के लोगों में घाघरा नदी के कटान से आसन्न संकट से दहशत व्याप्त है। ग्रामीण कोरोना से नहीं, बल्कि घाघरा नदी की कटान से ज्यादा भयभीत और सहमे हुए हैं। उन्हें उम्मीद थी कि इस वर्ष बाढ़ आने से पहले ही घाघरा के तट पर बोल्डर लगा दिए जाएंगे। इससे कटान नहीं होगी, लेकिन कोविड-19 के कारण लॉकडाउन से पूरी स्थिति विपरीत नजर आ रही है। इस वर्ष उनकी उम्मीदें टूट रही हैं। अब उनकी जमीन व जिदगी दोनों ही ऊपर वाले के भरोसे ही बच पाएगी। हर साल उनकी काफी जमीन भूमि की भेंट चढ़ती जा रही है। इस वर्ष उन्होंने तहसील पर इसको लेकर धरना-प्रदर्शन व मांग पत्र भी सौंपा था। उन्हें विश्वास हो गया था कि अबकी बार तटों को बांध दिया जाएगा। अब तक सैकड़ों बीघे उपजाऊ जमीन नदी की भेंट चढ़ चुकी है। उक्त गांव का केवटोलिया मुहल्ला नदी में विलीन हो चुका है। इसके पूर्व पंचपेड़वा भी नदी के आगोश में समा चुका है। अगर बिनटोलिया गांव कटान में विलीन हो गया तो उसके बाद खैरा गांव व दसरसरिया के लोगों को भी आशंकाएं सताने लगेंगी। रामजीत निषाद, बलेसर निषाद, कैलाश, चंद्रशेखर, लाली, मंगरू, श्रीकांत, श्रीकिसुन आदि ग्रामीण घाघरा नदी के कटान से काफी सशंकित हैं।