प्रदेश सरकार कर रही किसान मित्रों से सौतेला व्यवहार
पूर्ववर्ती बसपा सरकार द्वारा बंद की गई किसान मित्र योजना को लेकर आक्रोश है। शुक्रवार को किसान मित्र एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाया। कहा कि प्रदेश सरकार के हठधर्मी रवैये के चलते प्रदेश के 52 हजार किसान मित्रों के घरों में खाने के लाले पड़ गए हैं। किसान मित्रों ने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, मऊ : पूर्ववर्ती बसपा सरकार द्वारा बंद की गई किसान मित्र योजना को लेकर आक्रोश है। शुक्रवार को किसान मित्र एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाया। कहा कि प्रदेश सरकार के हठधर्मी रवैये के चलते प्रदेश के 52 हजार किसान मित्रों के घरों में खाने के लाले पड़ गए हैं। किसान मित्रों ने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
जिलाध्यक्ष प्रयागजी गौतम ने कहा कि इस योजना की शुरूआत पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री कल्याण ¨सह ने की थी। जब प्रदेश में 2010 में बसपा सरकार सत्ता में आई तो इसको बंद कर दिया। तबसे किसान मित्र संघर्ष करते आ रहे हैं। इसके बाद 2012 में सपा ने विधानसभा चुनाव में घोषणा किया था कि सपा की सरकार बनी तो इस योजना को चालू किया जाएगा। 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेंद्र ¨सह मस्त ने प्रदेश के भाजपा कार्यालय पर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर एक माह के अंदर 52 हजार किसान मित्रों को बहाल करने की घोषणा की थी। सरकार बने लगभग दो वर्ष बीत गए परंतु अभी तक बहाली नहीं की गई। इससे किसान मित्रों में जबरदस्त आक्रोश है। इस अवसर पर अवधनाथ ¨सह, मनोज कुमार, विनय कुमार, नरेंद्र कुमार, शैलेंद्र प्रताप ¨सह, रमेश कुमार मौर्य आदि उपस्थित थे।