हर रविवार, मच्छर पर वार
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई। इसमें संक्रामक रोगों से बचाव हेतु लोगों की जागरूकता पर बल दिया गया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, मऊ : जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई। इसमें संक्रामक रोगों से बचाव हेतु लोगों की जागरुकता पर बल दिया गया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया गया कि वायरल बुखार, डेंगू, सर्दी जुकाम से बचाव हेतु किसी प्रकार का ज्वर या बुखार होने पर नजदीकी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोगी को इलाज हेतु ले जाएं। मच्छर से बचाव के उपाय जैसे मच्छरदानी तथा मच्छर मार अगरबत्ती का उपयोग करें तथा बदन को ढकने वाले पूरे आस्तीन के वस्त्र व मोजे पहने। हमेशा इंडिया मार्का टू हैंडपंप का पानी का उपयोग करें। पीने का पानी साफ बर्तन में ढक कर रखें, प्रतिदिन ताजा एवं घर पर बने खाद्य पादार्थ का सेवन करें, शौच के बाद तथा खाने से पहले साबुन से हाथ को अच्छी तरह धोएं, घर के आसपास साफ-सफाई रखें। घर का कूड़ा-करकट कूड़ेदान में डालें। शौच के लिए हमेशा पक्के स्वच्छ शौचालय का प्रयोग करें। घर के आसपास पानी लगने वाले स्थानों में मिट्टी भर दें या ऐसे स्थान पर मिट्टी का तेल या जले हुए मोबिल की कुछ बूंदे डालें। जिलाधिकारी द्वारा खासकर यह बताया गया कि ज्वर पीड़ित मरीज को तरल पेय पदार्थ का सेवन करना चाहिए तथा अजवाइन, अदरक, चाय, काली मिर्च, तुलसी, सहजन की पत्ती आदि को पकाकर सेवन कराएं। गिलोय के काढ़े का सेवन करें। बुखार में केवल पैरासिटामाल का ही प्रयोग करें, बुखार आने पर खून की जांच अवश्य कराएं। उन्होंने हर रविवार मच्छर पर वार अत्यंत प्रभावी ढंग से क्रियांवयन करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीशचंद सिंह, नगर मजिस्ट्रेट, बेसिक शिक्षा अधिकारी आदि उपस्थित थे।