जिले में बिजली कटौती ने रूलाया
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोग परेशान, जनजीवन प्रभावित - बिजली के आने और जाने का नहीं रह गया है कोई शेड्यूल - बुनाई के कारोबार पर पड़ रहा प्रभाव, बाजार में बढ़ी लोगों की ¨चता
जागरण संवाददाता, मऊ : सितंबर माह से ही जिले में बिजली की आपूर्ति बेहद खराब चल रही है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोग परेशान हैं। बिजली के अभाव में आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है। बुनकरों और साड़ी व्यवसाय से जुड़े लोगों की हालत बिजली की आपूर्ति अनियमित होने से लगातार बदतर होती जा रही है। कभी पूरे दिन आंख-मिचौली तो कभी सारी-सारी रात बिजली गायब रह रही है। रात के समय न तो लोग ठीक से सो पा रहे हैं और न ही बिजली रहने पर होने वाले कार्य ही हो पा रहे हैं। बिजली आपूर्ति की खराब दशा से पूरे जिले में नाराजगी है।
जिला मुख्यालय हो या फिर नगर पंचायतें, हर जगह बिजली को लेकर हाय-तौबा मची हुई है। दिन के समय बिजली के आने और जाने का कोई समय नहीं रह गया है। निर्धारित शेड्यूल के अनुसार कहीं भी बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कोपागंज थाना क्षेत्र के दर्जनों गांवों में मंगलवार की रात अंधेरा पसरा रहा। टंडियाव के काछी फीडर से कई घंटे बिजली की सप्लाई नहीं हुई। बिजली न रहने पर जहां घरों में लगे बिजली के उपकरण शोपीस साबित हो रहे हैं, वहीं पानी की किल्लत होने से गृहिणियों के बहुत से कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। बिजली के अभाव में लोगों का कोई कार्य निर्धारित समय पर नहीं हो रहा है। मच्छरों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि के चलते लोग घरों में सो नहीं पा रहे हैं। बाजारों में बिजली होने पर इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रानिक सामान बनाने वाले मिस्त्री बेरोजगारी काट रहे हैं। काम के समय बिजली न होने से लोगों को डीजल जनरेटर चलाकर जरूरी कार्य करना पड़ रहा है। इससे बाजारों में अनावश्यक शोरगुल एवं प्रदूषण बढ़ रहा है।