बिजली की आंख मिचौली से ¨सचाई में बाधा
पिछले दो सप्ताह से क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति का बिगड़ा संतुलन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। क्षेत्र के दर्जनों गांव ऐसे हैं, जहां बिजली के लिए लोग परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, कोपागंज (मऊ) : पिछले दो सप्ताह से क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति का बिगड़ा संतुलन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। क्षेत्र के दर्जनों गांव ऐसे हैं, जहां बिजली के लिए लोग परेशान हैं। बिजली के अभाव में रोजमर्रा के काम प्रभावित होने लगे हैं। विकास खंड के हजारों किसान गेहूं की अगैती किस्म की बुआई करने के बाद ¨सचाई कर रहे हैं या फिर करने की तैयारी में हैं, लेकिन बिजली की आंख मिचौली जारी है। बुनाई कला के जरिए मजदूरी कर पेट पालने वाले बुनकरों की हालत भी खराब होती जा रही है।
गांवों में खेती-किसानी पर निर्भर किसानों का कुनबा बिजली आपूर्ति ठप और अनियमित होने परेशान है। गेहूं की बुआई कर चुके किसान ¨सचाई के लिए परेशान हैं। किसानों को बिजली की जरूरत है। बिजली न होने से खेती-किसानी के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। थोड़ी बहुत जो बिजली मिल भी रही है तो उससे ¨सचाई का कार्य आधा-अधूरा ही हो पा रहा है। आलू बो चुके किसान भी बिजली न होने से समय से उसकी ¨सचाई नहीं कर पा रहे हैं। भदसामानोपुर, काछीकला, जयरामगढ़, फैजुल्लाहपुर, चिश्तीपुर, भांवरकोल, शिवपुर गाड़ा, नौसेमर आदि गांवों के किसानों में बिजली विभाग की लचर कार्यप्रणाली के खिलाफ आक्रोश है। पिछले कई दिनों से किसानों को निर्धारित शिड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसके चलते सबसे ज्यादा संकट ग्रामीण क्षेत्रों में है। ¨सचाई के वक्त किसानों के लगाए ट्यूबवेल बेमकसद साबित हो रहे हैं।