प्रशासनिक उपेक्षा से आजिज किसान घेरेंगे कलेक्ट्रेट
रानीपुर ब्लाक के ग्राम चकिया में किसान पंचायत आयोजित हुई। इसमें किसानों ने जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की। साथ ही नहरों में पानी छोड़े जाने की आवाज उठाई गई। निर्णय लिया गया कि 12 नवंबर को उपजिलाघिकारी मुहम्मदाबाद गोहना को 11 बजे पत्रक दिया जाएगा। अगर 15 नवंबर तक जिला सूखाग्रस्त घोषित नहीं हुआ तो किसान कलेक्ट्रेट का घेराव करने को बाध्य होगें।
जागरण संवाददाता, मऊ : रानीपुर ब्लाक के ग्राम चकिया में शनिवार को किसान पंचायत आयोजित हुई। इसमें किसानों ने जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की। साथ ही नहरों में पानी छोड़े जाने की आवाज उठाई गई। निर्णय लिया गया कि 12 नवंबर को उपजिलाघिकारी मुहम्मदाबाद गोहना को 11 बजे पत्रक दिया जाएगा।
जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व किसान नेता राकेश ¨सह ने कहा कि जिले में औसत वर्षा 855.80 मिलीमीटर के सापेक्ष मात्र 339 मिमी जून से लेकर अक्टूबर तक हुई है, जबकि 1999 में जब सूखाग्रस्त जिला घोषित हुआ था तो 425 मिमी, 2014 में 416.25 मिमी तथा 2015 में जब सूखा पड़ा था तो 383.30 मिमी बारिस हुई थी। जनपद को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था। धान के उत्पादन में किसान ने जो पूंजी जोताई, बीज, खाद, दवाई, सिचाई, मजदूरी आदि में लगाई है, वह भी कटाई के बाद नहीं निकल रहा है। अध्यक्षता चंद्रिका सिहं तथा संचालन विजयबहादुर ¨सह ने किया। किसान पंचायत में तेजबहादुर ¨सह, अवधेश ¨सह, लल्लन ¨सह, देवेंद्र ¨सह, पूर्व प्रमुख सदावृक्ष ¨सह, प्रधान श्रवण ¨सह, जयप्रकाश ¨सह, द्देदी ¨सह, रामचीज ¨सह, अनिल ¨सह आदि किसान मौजूद थे।