समय से होगा पूरा इलाज तो टीबी से मिलेगी निजात
विश्व क्षय रोग दिवस पर बुधवार को जिला महिला अस्पताल में संगोष्ठी ।
जागरण संवाददाता, मऊ : विश्व क्षय रोग दिवस पर बुधवार को जिला महिला अस्पताल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान टीबी रोग को 2025 तक दूर करने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान को प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। नगर में अनेक स्थानों पर मास्क वितरण के साथ लोगों से कोविड नियमों के प्रति भी लोगों को जागरूक भी किया।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एसपी अग्रवाल ने कहा कि 24 मार्च 1982 को डा. राबर्ट कोच ने क्षय रोग के बैक्टीरिया की खोज की थी। इसी अवसर पर प्रतिवर्ष क्षय रोग दिवस मनाया जाता है। भारत में सरकार 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। अभी तक 18 वर्ष तक के कुल 52 टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लिया गया है। अनेक स्वयंसेवी संस्था, अधिकारियों ने बच्चों को गोद लिया है। संगोष्ठी में प्रमोद, जयदेश, पशुपतिनाथ सिंह, नाग्रेंद्र पांडे, प्रशांत सिंह, संजय मिश्रा, बृजेश, अशोक यादव, बृजेंद्र वर्मा आदि मौजूद थे।
शहर के शारदा नारायण हास्पिटल में टीबी पीड़ित दो मरीज ओनिजा शाहीन व गुलशन कुमार को पौष्टिक आहार का पैकेट स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. एकिका सिंह व क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डा. सुजीत सिंह ने भेंट किया। वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजय सिंह ने कहा कि टीबी क्षय से प्रत्येक वर्ष 20 से 30 लाख मरीजों की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि अगर इसका पूरा इलाज न किया जाय तो यह रोग कभी खत्म नही हो पाएगा। इस अवसर पर न्यूरो सर्जन डा. रूपेश के. सिंह, डा. गौतम कुमार, अजीत सिंह, डा. सतीश सिंह, डा. गुलाम , शिवकुमार सिंह, मनीष, आलोक आदि उपस्थित थे। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. जयराम यादव व जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डा. संजय कुमार चतुर्वेदी जी के निर्देशन में आयुष विभाग के योग वैलनेस सेंटर पर योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें योग प्रशिक्षकों विश्वा गुप्ता व संजीत शर्मा तथा योग सहायकों पद्मा राय व राजन विश्वकर्मा ने बालकों को आहार, दिनचर्या, रात्रिचर्या, ऋतुचर्या व यम- नियम का सैद्धांतिक व व्यवहारिक प्रशिक्षण देकर अपने जीवन में उनको अपनाने को प्रेरित किया।
पलिगढ़ : सीएचसी रानीपुर क्षेत्र के पलिया, कमालसेनपुर, पड़री, खानपुर, चंद्रावती तथा अबूपुर के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर विश्व क्षय रोग दिवस मेला के रूप में मनाया गया। इसमें कमालसेनपुर सेंटर पर सीएचओ हिमांशु उपाध्याय ने 18 मरीजों का परीक्षण किया गया। इसमें एक 52 वर्षीय महिला को संभावित ट्यूबरकुलोसिस लक्षण मिलने के आधार पर बेहतर इलाज के लिए सीएचसी रानीपुर भेज दिया गया। चंद्रावती सेंटर पर सीएचओ सुषमा मौर्या द्वारा 19 रोगी की जांच हुई जिसमें दो लोगों को उक्त रोग के संभावना के कारण सीएचसी भेज दिया गया। पलिया केंद्र पर 10 खानपुर 20 तथा अबूपुर में 16 मरीजों का स्क्रीनिग टेस्ट किया गया।