नागरिकों ने किया अज्ञात वृद्धा का अंतिम संस्कार
आज भी मानवीय संवेदनाएं जीवंत हैं। बेसहारा को सहारा ही नहीं वरन अज्ञात के शव का भी सनातन विधि से अंतिम संस्कार कर नगर के कस्बा खास के डाक बंगला मुहल्ले के नागरिकों ने इसको प्रमाणित किया है। दरअसल इस मुहल्ले में काफी दिनों से एक अज्ञात वृद्धा रह रही थी। वह गोबर का उपला बना कर आजीविका चलाती थी।
जासं, घोसी (मऊ) : आज भी मानवीय संवेदनाएं जीवंत हैं। बेसहारा को सहारा ही नहीं वरन अज्ञात के शव का भी सनातन विधि से अंतिम संस्कार कर नगर के कस्बा खास के डाक बंगला मुहल्ले के नागरिकों ने इसको प्रमाणित किया है। दरअसल इस मुहल्ले में काफी दिनों से एक अज्ञात वृद्धा रह रही थी। वह गोबर का उपला बना कर आजीविका चलाती थी। मुहल्ले के लोग ही उसे खाना दे देते थे। शुक्रवार की सुबह उसका शव देख मुहल्ले के लोग चकित हो गए। ठंड से मौत होने का कयास लगाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी पंचनामा कर शव को मुहल्ले के लोगों की मांग पर उनके सुपुर्द कर दिया। पूर्व सभासद हरिश्चंद्र, रामअवतार राय, मुक्तिनाथ राय, विनीत राय, मूलचंद सिंह, अजय सिंह, उपेंद्र राय एवं राहुल आदि ने अज्ञात वृद्धा की शवयात्रा निकाला। नागरिकों ने दोहरीघाट में मुक्तिधाम पर वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार किया।