रंग लाया भगीरथ प्रयास, किसानों की जगी आस
जागरण संवाददाता पुराघाट(मऊ) छोटी सरयू के प्रवाह को अबाध बनाने में क्षेत्र के युवा किसा
जागरण संवाददाता, पुराघाट(मऊ) : छोटी सरयू के प्रवाह को अबाध बनाने में क्षेत्र के युवा किसान 'भगीरथों' द्वारा किया गया श्रम अब रंग दिखाने लगा है। पूरे क्षेत्र का पानी बहकर नदी में जाने लगा है तो खेतों में हुआ जलजमाव हटने से किसानों की उम्मीद अगली फसल को लेकर जगने लगी है।
कोपागंज ब्लॉक क्षेत्र के दर्जनो गांव के किसानों की भूमि पानी मे डूब गई थी। इससे धान की फसल बुरी तरह बर्बाद हो गई। कारण कि क्षेत्र का पानी खींचने वाली छोटी सरयू नदी अवरोधों से पटी पड़ी थी। दूसरी ओर मछुआरों ने भी जगह-जगह अवरोध लगाकर पानी का बहाव मछली पकड़ने के लिए रोक दिया था। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने विभागीय उच्चाधिकारियों के अलवा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से भी की लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं रेंगी। तब किसानों ने 'कर बहिया बल आपनो छोड़ पराई आस' का मंत्र याद करते हुए खुद ही नदी की सफाई का बीड़ा उठाया। इसके बाद दर्जन भर गांवों के सैकड़ों ग्रामीणो ने नदी के अंदर गिरे हुए पेड़ एवं जलकुंभियों को निकालना शुरू कर दिया। 13 दिन लगातार नदी की सफाई के लिए किसानों ने भागीरथ प्रयास किया और काफी हद तक सफलता भी मिली। अब नदी के पानी का बहाव तेज होने लगा है। इससे अब खेतों का पानी कम होने लगा है। किसानों के कहना है कि जब नदी का पानी कम हो जाएगा तो एक बार हम सभी इसकी सफाई जरूर करेंगे। ताकि पानी की वजह से हमारी फसल बर्बाद न हो। वहीं अपनी मेहनत से किसानों ने क्षेत्र के प्रतिनिधियों एवं उच्चाधिकारियों को आईना दिखाया।