डीएलएड में प्रैक्टिकल के नाम पर हो रही धन उगाही का आरोप
अध्यापक बनने की चाह रखने वाले डीएलएड कर रहे छात्रों से प्रैक्टिकल के नाम पर प्राइवेट कालेजों द्वारा जबदस्त धन उगाही की जा रही है। इसको लेकर छात्र व अभिभावक दोनों परेशान हैं। अपना नाम व पता न बताने की शर्त पर कालेज के प्रधानाचार्य व प्रबंधक ने बताया कि डायट द्वारा प्रति छात्र 500 रुपए की मांग की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वसूली में डायट के दो प्रवक्ता को लगाया गया है। जिन्हें उक्त धनराशि नहीं दिया गया
जागरण संवाददाता, पलिगढ़ (मऊ) : अध्यापक बनने की चाह रखने वाले डीएलएड कर रहे छात्रों से प्रैक्टिकल के नाम पर प्राइवेट कालेजों द्वारा जबदस्त धन उगाही की जा रही है। इसको लेकर छात्र व अभिभावक दोनों परेशान हैं। अपना नाम व पता न बताने की शर्त पर कालेज के प्रधानाचार्य व प्रबंधक ने बताया कि डायट द्वारा प्रति छात्र 500 रुपए की मांग की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वसूली में डायट के दो प्रवक्ता को लगाया गया है। उन्हें उक्त धनराशि नहीं दी गई तो प्रैक्टिकल में कम नंबर देने की बात सामने आ रही है। इस संदर्भ में डीएलएड प्रबंधन के लोग तकरीबन बीस से पच्चीस की संख्या में डायट के प्राचार्य से मिलकर अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रवेश की प्रक्रिया यह रही की बहुत से कालेजों को डीएलएड छात्र न मिलने से सीट खाली चल रही है। जो मिले उन्हें यह आश्वासन देकर प्रवेश दिलाया गया कि निर्धारित फीस के अतिरिक्त कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। कालेज के लोगों ने यह भी बताया कि इसके पूर्व कभी भी डायट द्वारा वसूली नहीं की गई थी। डायट प्राचार्य शिवप्रसाद ने बताया कि प्रैक्टिकल में कालेज वाले मनमाने ढंग से काम करते हैं। इसकी शिकायत पर दो प्रवक्ता को समीक्षा के लिए लगाया हूं कि छात्रों को नंबर देने में उनके साथ भेदभाव न हो। जहां तक धन वसूली की बात है वह निराधार आरोप है। अब कालेज की मनमानी नहीं चल रही है। इसलिए वह इस तरह का आरोप लगा रहे हैं।