थाने में वृद्ध को हार्ट अटैक, मौत
पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए लाए गए वृद्ध की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इससे महकमे में हड़कंप मच गया। थाना क्षेत्र के हाफिजपुर में धर्मराज यादव के परिवार की दो बहुओं में किसी बात को लेकर शनिवार को झगड़ा हुआ।
जागरण संवाददाता, चिरैयाकोट (मऊ) : स्थानीय थाना में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए लाए गए वृद्ध की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इससे महकमे में हड़कंप मच गया। थाना क्षेत्र के हाफिजपुर में धर्मराज यादव के परिवार की दो बहुओं में किसी बात को लेकर शनिवार को झगड़ा हुआ। एक बहू ने थाने में तहरीर देकर शिकायत की। इसके बाद रविवार को पुलिस उनके 65 वर्षीय ससुर धर्मराज यादव को पकड़ कर थाने ले आई, वहां शाम तक बैठाए रखा। खुद को बेगुनाह बताते-बताते वृद्ध की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इससे थाने में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने उनके पुत्र को साथ लेकर अस्पताल पहुंचाया, वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बावजूद इसके तसल्ली के लिए पुलिस और परिवार के लोग लेकर जिला अस्पताल गए।
क्षेत्र के हाफिजपुर में धर्मराज यादव के परिवार की दो बहुओं में किसी बात को लेकर शनिवार को झगड़ा हुआ। छोटी बहू ने थाने में अपने ससुर और जेठ भानुप्रताप यादव के खिलाफ मार पीट करने की तहरीर देकर शिकायत की। इसके बाद रविवार की शाम 4.00 बजे 65 वर्षीय धर्मराज यादव उनके पुत्र को पुलिस पकड़ कर थाने ले आई। थाने में धर्मराज पुलिस से अपने बेकसूर होने की मिन्नत करते रहे और झगड़े को अपना घरेलू मामला बताते रहे लेकिन पुलिस वालों ने उसकी एक न सुनी और थानाध्यक्ष के आने के बाद सुनवाई करने की बात कहते हुए बैठाए रखे। वहीं शाम लगभग 5.30 बजे उनको घबराहट शुरू हुई। पुलिस से वे अपनी तबीयत खराब होने की बात कहते रहे लेकिन पुलिस ने उनको नहीं छोड़ा। इसके थोड़ी देर बाद उनको हार्ट अटैक आ गया। वे जमीन पर गिरकर तड़पने लगे। उनके साथ मौजूद उनके पुत्र ने पुलिसकर्मियों से पिता की तबियत खराब होने की बात कही लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत वृद्ध ने थाने में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद पुत्र भानुप्रताप यादव ने पुलिस को पिता के शरीर में कोई भी हरकत ना होने की जानकारी दी। वृद्ध के शरीर कोई हरकत करने की सूचना पर पूरे थाने में हड़कंप मच गया। पुलिस आनन-फानन में वृद्ध को टेंपो में लादकर इलाज के लिए नगर के एक क्लिनिक पर ले आई। वहां थानाध्यक्ष सौरभ कुमार राय भी पहुंच गए।वहीं डॉक्टर ने उन्हें आगे ले जाने की सलाह दी। पुलिस उन्हें टेंपो में लादकर रानीपुर ले गई जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। संतुष्टि के लिए पुत्र वृद्ध को जिला अस्पताल ले गया। समय से मिलता इलाज तो बच जाती जान
पारिवारिक विवाद में थाने लाए गए वृद्ध धर्मराज यादव को सही समय पर इलाज मिल जाता तो उनकी मृत्यु नहीं होती। वृद्ध की मृत्यु ने एक बार फिर पुलिस का घिनौना चेहरा सामने ले आया।