देश के महान शिक्षाविद थे अबुल कलाम आजाद
देश के प्रथम शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद की जयंती रविवार को शहर के डीएवी इंटर कालेज में धूमधाम से मनाई गई। शिक्षकों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। प्रधानाचार्य देवभास्कर तिवारी ने कहा कि भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में आजाद ने कई महान कार्य किए।
जागरण, संवाददाता, मऊ : देश के प्रथम शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद की जयंती रविवार को शहर के डीएवी इंटर कालेज में धूमधाम से मनाई गई। शिक्षकों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। प्रधानाचार्य देवभास्कर तिवारी ने कहा कि भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में आजाद ने कई महान कार्य किए। नए भारत के निर्माण में उनके योगदान को न तो कभी भी भुलाया जा सकता है और न ही कम करके आंका जा सकता है। वे मानते थे कि देश को विकास के रास्ते पर सिर्फ शिक्षा ही ले जा सकती है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए ज्ञानेंद्र मिश्र ने कहा कि शिक्षा विकास का सबसे सरल साधन है। जो समाज समय के साथ शिक्षित नहीं होगा, विकास की दौड़ें वह पिछड़ जाएगा। अबुल कलाम आजाद ने देश के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में देश की शिक्षा व्यवस्था के बदलाव के लिए जो महत्वपूर्ण कदम उठाए वह आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने सबके लिए समान शिक्षा की सदैव वकालत किया। वह चाहते थे कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित होकर विकास के रास्ते पर चले ताकि मजबूत भारत का निर्माण हो सके। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक ऋषिकेश पांडे, ज्ञानेंद्र मिश्रा, शरद पांडे, शैलेंद्र चौरसिया, चंद्रभान यादव एवं महताब आलम आदि उपस्थित थे।