प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का 49,774 महिलाओं को मिला लाभ
पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के कल्याण के लिए जनवरी 2017 में
जागरण संवाददाता, मऊ : पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के कल्याण के लिए जनवरी 2017 में शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती और गर्भस्थ शिशु को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व उपलब्ध कराना है। योजना के तहत पहलीबार मां बनने वाली गर्भवती के खाते में तीन किस्तों में 5000 रुपये दिए जाते हैं, जिससे वह गर्भावस्था में पर्याप्त पोषक आहार ले सकें। इस दौरान अब तक इस योजना से 49,774 महिलाओं को लाभ मिला है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भवती महिला को तीन किश्तों में 5000 रुपये सीधे बैंक खाते में दिया जाता है। बताया कि इस योजना का शत-प्रतिशत लाभ पात्र गर्भवती को दिलाने के लिए सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया जाता रहता है कि कोई भी पात्र लाभार्थी इस योजना से वंचित न रहे। गर्भवती व धात्री महिलाओं के सही खान-पान व पोषण की स्थिति में सुधार लाना इस योजना का उद्देश्य है। कैसे मिलेगा योजना का लाभ
सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत प्रभारी चिकित्साधिकारी की निगरानी में गांव व वार्ड की आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी, एएनएम, बीसीपीएम/बीपीएम के माध्यम से फार्म भरा जाता है। लाभार्थियों को इस योजना का लाभ पाने के लिए मुख्य रूप से मातृ एवं शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड, गर्भवती महिला व उसके पति का आधार कार्ड तथा लाभार्थी के खाते की पासबुक की फोटो कॉपी फार्म भरते समय जमा करना होता है। इस दौरान फोन पर यदि कोई व्यक्ति किसी तरह का खाता का डिटेल या वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मांगे तो कोई भी लाभार्थी कदापि न दें, क्योंकि पीएमएमवीवाइ योजना से जुड़े कोई भी अधिकारी कर्मचारी द्वारा फोन पर खाता या ओटीपी संबंधी कोई जानकारी नहीं मांगी जाती है।